बॉलीवुड ऐक्ट्रेस और यूनिसेफ की ब्रैंड ऐंबेसडर प्रियंका चोपड़ा हाल ही में बांग्लादेश में रह रहे रोहिंग्या शरणार्थियों के एक शिविर में गईं, जिसकी एक तस्वीर उन्होंने अपने इंस्टाग्राम और ट्विटर अकाउंट पर शेयर की। इस फोटो के साथ प्रियंका ने लिखा, ‘मैं रोहिंग्या शरणार्थियों के कैंप के दौरे पर हूं। मेरे अनुभवों को शेयर करने के लिए इंस्टाग्राम पर फॉलो करें। दुनिया को इनकी केयर करने की ज़रूरत है। हमें इनकी केयर करने की जरूरत है।’
Follow my Instagram to share my experiences as I visit the #Rohingya #Refugee camps on this #UnicefFieldVisit. #ChildrenUprooted
The world needs to care. We need to care. @UNICEF @UNICEFBD pic.twitter.com/cBFy66V8dB
— PRIYANKA (@priyankachopra) May 21, 2018
प्रियंका ने एक और फोटो इंस्टाग्राम और ट्विटर पर शेयर की जिसमें उन्होंने लिखा, ‘”मैं कॉक्स बाजार में हूं। यूनिसेफ के साथ आज यहां दुनिया के सबसे बड़े रिफ्यूजी कैंप की फील्ड विजिट पर आई हूं।’
I’m in Cox’s Bazaar, Bangladesh today for a field visit UNICEF, visiting one of the largest refugee camps in the world…https://t.co/PFhJgXwSpmhttps://t.co/quZxXEcDX5#ChildrenUprooted #UNICEFFieldVisit @unicef @UNICEFBD pic.twitter.com/NSSY0aNPuN
— PRIYANKA (@priyankachopra) May 21, 2018
लेकिन प्रियंका का यह अंदाज लोगों को कुछ ख़ास पसंद नहीं आया। उन्होंने रोहिंग्याओं के शिविर में जाने पर प्रियंका को जमकर ट्रोल किया। एक ट्रोलर ने लिखा, ‘आप रोहिंग्या शरणार्थियों के कितने बच्चों को गोद ले रही हैं? चैरिटी की शुरुआत घर से होती है। अपने घर के दरवाजे उनके लिए खोल दीजिए।’
Hey @priyankachopra how many #Rohingya kids are you adopting? Charity begins at home. Open the gates of your house for them. pic.twitter.com/OQoDmJAWLZ
— Rita (@RitaG74) May 21, 2018
वहीं कुछ ट्रोलर्स ने प्रियंका के इस दौरे को पॉलिटिकल स्टंट करार दिया। एक ट्रोलर ने लिखा, बड़ी बात कहने के लिए खेद है .. लेकिन मैं सिर्फ पूछना चाहता हूं .. हम भारतीयों के साथ एक ही समस्या है, भारत को भूल जाओ .. आप खुद ही बताएं मुंबई में आप कितने बार गए, उनकी समस्याओं और जरूरतों के लिए आपने क्या किया ??? हम सराहना करेंगे यदि कुछ समय कम से कम हमारे स्थानों के आस-पास भी रहेंगे। धन्यवाद
Sorry for saying big thing.. but I just want to ask .. we have d same problem in India , forget India .. in Mumbai itself how many time did u visit n went there n thing about their problem n needs ??? Will appriciate if spare some time also at least nearby of our places. Thanks
— Somit Gope (@imSomit) May 21, 2018
इसके बाद ट्वीटर पर ट्रोलर्स आपस में ही उलझ गए। कई लोगों ने प्रियंका के इस काम की तारीफ भी की।
Where where you when she worked for 10 years in india with @UNICEFIndia and how is one human’s problem any less than that of another’s. If you can’t encourage please don’t discourage them by saying what she’s doing is less important.
— RAKESH PC’sDRGON (@PCsDRAG0N) May 21, 2018
खुद प्रियंका ने भी नहीं सोचा होगा कि साफ नीयत से किए जा रहे इस काम को भी लोग बुरी नीयत और एक एजेंडा के तहत देखेंगे।
बता दें कि प्रियंका को 2010 में यूनिसेफ का ब्रैंड ऐंबेसडर नियुक्त किया गया था, जिसके जरिए वह दुनियाभर के पीड़ित बच्चों की सामूहिक आवाज बनीं और उनके हक के लिए यूनिसेफ के साथ मिलकर काम करती हैं। पिछले साल वह सीरियाई शरणार्थियों से भी मिलीं थी।