Uttarakhand News:उत्तराखंड स्थित हल्द्वानी जेल इन दिनों खूब सुर्खियां बटोर रहा है।इसे आस्था कहें या अंधविश्वास आजकल यहां की जेल में बड़ी संख्या में ऐसे लोग पहुंच रहे हैं, जोकि अपने बंधन दोष को काटना चाहते हैं।दरअसल फलित ज्योतिष की मान्यता के अनुसार यदि किसी की कुंडली में बंधन दोष हो तो जेल में खाना खाने या कुछ घंटे बिताने से यह दोष समाप्त हो जाता है।मीडिया में आई खबरों के अनुसार हल्द्वानी जेल में इन दिनों लोगों के इस ग्रह दोष यानी (बंधन योग) का उपचार किया जा रहा है।
इस पूरे मामले को लेकर आईजी जेल ने हल्द्वानी जेल अधिकारियों से रिपोर्ट भी तलब की है। हालांकि आईजी के अनुसार इस तरह की बातें अधंविश्वास को बढ़ावा देती हैं। उन्होंने कहा कि उच्चाधिकारियों को इस व्यवस्था की जानकारी नहीं है। इस व्यवस्था को तत्काल समाप्त करने के निर्देश भी दिए गए हैं। बहुत लोगों की मान्यता होती है कि ज्योतिषी के बताए इन उपचारों से उनके इन दोषों का निदान भी हो जाता है। इसी तरह का एक दोष बताया जाता है बंधन दोष। कुछ ग्रहों की स्थिति को देखकर ज्योतिषी इसे व्यक्ति विशेष की कुंडली में जेल जाने का योग बताते हैं।
Uttarakhand News: जानिए क्यों जेल में रात बिता रहे लोग?
Uttarakhand News: ज्योतिष मतानुसार हर किसी व्यक्ति की कुंडली अलग होती है। किसी में अच्छे तो किसी में खराब ग्रह का असर पड़ता है। ऐसे ही कभी व्यक्ति को जीवन में कभी न कभी जेल जाना पड़ सकता है। इसके लिए उन्हें जेल में कुछ समय बिताने का उपचार भी बताया जाता है। यही नहीं उसे जेल में खाना खाने की सलाह भी दी जाती है।यही कहलाता है बंधन योग और उसे खत्म करने का उपाय
Uttarakhand News: शस्त्रागार का हो रहा लॉकअप की तरह इस्तेमाल
Uttarakhand News: जानकारी के अनुसार हल्द्वानी में करीब 120 वर्ष पुराने खंडहर हो चुके शस्त्रागार को एक लॉक-अप की तरह इस्तेमाल किया जा रहा है। जेल प्रशासन की ओर से हर वीकेंड पर कुछ लोगों को यहां 500 रुपये लेकर ठहराया जाता है। खबरों में इसकी पुष्टि वहां के उप कारागार अधीक्षक भी कर रहे हैं।
हल्द्वानी स्थित एक ज्योतिषी के अनुसार जब किसी की कुंडली या जन्म कुंडली में शनि और मंगल सहित तीन खगोलीय पिंड प्रतिकूल स्थिति में होते हैं, तो यह एक समीकरण बन जाता है।ऐसे में व्यक्ति को कारावास से गुजरना पड़ सकता है, ऐसी स्थिति में व्यक्ति को कैदियों को भोजन कराने या कारावास में रात बिताने की सलाह दी जाती है,ताकि ग्रहों के बुरे प्रभाव को समाप्त किया जा सके।
संबंधित खबरें