Nabanna Chalo Abhiyan: 13 सितंबर को ‘नबन्ना चलो अभियान’ के दौरान हुई हिंसा की जांच के लिए गठित पांच सदस्यीय प्रतिनिधिमंडल ने अपनी रिपोर्ट भाजपा अध्यक्ष जेपी नड्डा को सौंप दिया है। ‘नबन्ना चलो’ रैली के दौरान हुई हिंसा की जांच के लिए नड्डा ने एक प्रतिनिधिमंडल का गठन किया था। प्रतिनिधिमंडल के सदस्यों को 13 सितंबर को कोलकाता में हुई हिंसा के कारणों की जांच करने के लिए कहा गया था।
प्रतिनिधिमंडल ने 17 सितंबर को कोलकाता में टीएमसी के खिलाफ विरोध मार्च के दौरान घायल हुए पार्टी कार्यकर्ताओं से मुलाकात की थी। भाजपा ने 13 सितंबर को टीएमसी सरकार की कथित प्रथाओं के खिलाफ ‘नबन्ना चलो’ रैली आयोजित की थी। उत्तर प्रदेश के पूर्व पुलिस महानिदेशक, बृजलाल, राज्यसभा सांसद कर्नल राज्यवर्धन सिंह राठौर और समीर उरांव, अपराजिता सारंगी और सुनील जाखड़ की टीम ने घायल भाजपा पार्षद मीना देवी पुरोहित से मुलाकात की। टीम ने आज जेपी नड्डा को रिपोर्ट सौंप दी है।

Nabanna Chalo Abhiyan: बोलपुर रेलवे स्टेशन के पास हुई थी झड़प
बता दें कि मंगलवार को, भाजपा ने बंगाल राज्य सचिवालय तक ‘नबन्ना चलो अभियान’ निकाला था, जहां बोलपुर रेलवे स्टेशन के अंदर भाजपा कार्यकर्ताओं और पुलिस के बीच झड़प हो गई। दरअसल, पुलिस ने कार्यकर्ताओं को मार्च में भाग लेने के लिए कोलकाता जाने से रोकने की कोशिश की। कई कार्यकर्ताओं को हिरासत में भी लिया गया।
भाजपा नेता अभिजीत दत्ता ने कहा, “सैकड़ों भाजपा कार्यकर्ता ट्रेनों के माध्यम से भाजपा के नबन्ना मार्च में शामिल होने के लिए कोलकाता की ओर जा रहे हैं, पुलिस ने रेलवे स्टेशनों पर बैरिकेडिंग की। हमारे 20 कार्यकर्ताओं को पुलिस ने दुर्गापुर रेलवे स्टेशन के पास रोका। मैं अन्य रास्तों का उपयोग करके यहां पहुंचा।
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