Ghulam Nabi Azad के साथ एकजुटता दिखाते हुए 5 पूर्व विधायकों ने कांग्रेस छोड़ दी है। जम्मू-कश्मीर कांग्रेस के नेता गुलाम मोहम्मद सरूरी, हाजी अब्दुल राशिद, मोहम्मद अमीन भट्ट, गुलजार अहमद वानी, चौधरी अकरम मोहम्मद और सलमान निजामी ने गुलाम नबी आजाद के समर्थन में पार्टी की प्राथमिक सदस्यता से इस्तीफा दे दिया है। बता दें कि गुलाम नबी आजाद ने संगठनात्मक चुनावों से पहले शुक्रवार को पार्टी से इस्तीफा दे दिया। उन्होंने इस्तीफा पत्र में नेतृत्व पर आंतरिक चुनावों के नाम पर पार्टी पर “धोखाधड़ी” करने का आरोप लगाया है।
Ghulam Nabi Azad ने राहुल गांधी पर लगाए आरोप
आजाद ने इस्तीफे में लिखा कि एक “रिमोट कंट्रोल मॉडल” ने कांग्रेस की संस्थागत अखंडता को ध्वस्त कर दिया है। उन्होंने आरोप लगाया कि निर्णय राहुल गांधी या यहां तक कि सुरक्षा गार्ड और पीए द्वारा लिए जाते हैं। उन्होंने आरोप लगाया, “सभी वरिष्ठ और अनुभवी नेताओं को दरकिनार कर दिया गया और अनुभवहीन चाटुकारों की नई मंडली ने पार्टी के मामलों को चलाना शुरू कर दिया है।”
अब अपनी पार्टी बनाएंगे Ghulam Nabi Azad
राज्यसभा में विपक्ष के पूर्व नेता ने यूपीए शासन के दौरान एक सरकारी अध्यादेश को फाड़ने वाले राहुल गांधी पर तंज कसते हुए कहा कि “इस बचकाने व्यवहार ने प्रधानमंत्री और भारत सरकार के अधिकार को पूरी तरह से नष्ट कर दिया।
हालांकि, सियासी गलियारों में खबर ये भी है कि अनुभवी राजनेता अपने गृह राज्य जम्मू और कश्मीर में अपनी पार्टी बनाएंगे। बताते चले कि आजाद कांग्रेस से बाहर निकलने वाले हाई-प्रोफाइल नेताओं में नए हैं। इससे पहले कपिल सिब्बल और अश्विनी कुमार के बाहर होने से कांग्रेस को झटका लगा था। इस बीच, कांग्रेस ने कहा कि यह कदम दुर्भाग्यपूर्ण है। इस समय पार्टी मूल्य वृद्धि और बेरोजगारी के मुद्दों पर भाजपा का मुकाबला करने में लगी हुई है।
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