Banke Bihari: श्रीकृष्ण जन्माष्टमी के दिन मथुरा स्थित बांके बिहारी की मंगला आरती में देर रात उमड़ी भीड़ के कारण अव्यवस्था फैल गई। इस दौरान दम घुटने की वजह से एक महिला और एक पुरुष की मौके पर ही मौत हो गई। कई लोगों की हालत बिगड़ गई, जिन्हें पुलिस ने बड़ी मुश्किल से भीड़ से निकाला। योगी सरकार ने मथुरा श्रीकृष्ण जन्माष्टमी के मौके पर श्री बांके बिहारी मंदिर परिसर में हुई दुखद घटना की जांच के लिए एक कमेटी गठित की है।
बता दें कि श्री बांके बिहारी मंदिर में हुई घटना के लिए पूर्व डीजीपी सुलखान सिंह की अध्यक्षता में जांच समिति का गठन बनी है। मंडलायुक्त अलीगढ़ गौरव दयाल समिति के सदस्य होंगे। अपर मुख्य सचिव गृह अवनीश अवस्थी ने आदेश जारी करते हुए कहा कि घटना किन परिस्थितियों में हुई ? भविष्य में ऐसी घटनाओं की पुनरावृत्ति न हो साथ ही, मंदिर परिसर में व्यवस्था सुधार कैसे हो? इसको लेकर कमेटी जांच करेगी। पूरे घटनाक्रम की जांच 15 दिन में पूरी करके रिपोर्ट शासन को प्रस्तुत करने के निर्देश दिए गए हैं।
Banke Bihari मंदिर में मंगला आरती के दौरान भीड़ का दबाव बना
जानकारी के मुताबिक देर रात 1.55 बजे कृष्ण जन्माष्टमी की मंगला आरती के दौरान बांके बिहारी मंदिर में भीड़ का भारी दबाव हो गया। जिस दौरान भीड़ की वजह से लोगों का दम घुटने लगा और बेहोश होने लगे। इसके बाद अफरा-तफरी मच गई। जिनकी हालत बिगड़ गई उन्हें पुलिस ने कड़ी मशक्कत कर उन लोगों को भीड़ से निकाला। इस दौरान महिला निर्मला देवी पत्नी देव प्रकाश निवासी नोएडा सेक्टर 99 एवं रुक्मणि विहार निवासी 65 वर्षीय राम प्रसाद विश्वकर्मा की मौत हो गई। रामप्रसाद मूल रूप से जबलपुर मध्य प्रदेश के रहने वाले थे।
जिन दो लोगों की मौत हुई उनके परिजन पोस्टमार्टम के लिए तैयार नहीं हुए और शव को अपने साथ ले गए। चार लोगों को अस्पताल में भर्ती कराया गया है। मंदिर में जिस समय हादसा हुआ उस समय डीएम, एसएसपी, नगर आयुक्त सहित भारी पुलिस बल मौजूद था। हादसा होते ही पुलिस और निजी सुरक्षा कर्मियों ने बेहोश हो रहे श्रद्धालुओं को मंदिर से निकालना शुरू कर दिया। इस हादसे में घायल हुए श्रद्धालुओं को वृंदावन के राम कृष्ण मिशन, ब्रज हेल्थ केयर और सौ शैय्या अस्पताल भेजा गया।
Banke Bihari मंदिर में कैसे हुआ हादसा?
मालूम हो कि बांके बिहारी मंदिर के 2 निकास द्वार हैं। 4 नंबर और 1 नंबर जिसमें 4 नंबर गेट पर एक श्रद्धालु दम घुटने के कारण बेहोश हो गया। उसे पुलिस कर्मी जब तक निकालते तब तक मंदिर से निकलने वाले श्रद्धालुओं की भीड़ अधिक जमा हो गई। जिसकी वजह से अन्य श्रद्धालुओं का दम घुटने लगा और हादसा हो गया।
जिन लोगों को 100 सैया अस्पताल में भर्ती कराया गया था उनमें से एक महिला को छोड़कर सभी को डिस्चार्ज कर दिया गया है। इस समय फरीदाबाद की सुभाष कॉलोनी निवासी 26 वर्षीय मनीता पत्नी नेत्रपाल अस्पताल में भर्ती है।
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