भारत की आजादी की 75 वीं वर्षगांठ से 1 दिन पहले 14 अगस्त को भारत के 115 शहरों सैकड़ों कस्बों का का नजारा अद्भुत था। भारत के इतिहास में यह पहली बार हुआ जब देश के 115 शहरों और सैकड़ों कस्बों में हजारों लोगों ने एक साथ देश के वीर जांबाजों और शहीद सैनिकों के नाम सम्मान में मैराथन दौड़ लगाई। इस दौड़ का नाम था सोल्जराथॉन । भारत की आजादी की 50वीं सालगिरह पर इस अनोखे मैराथन दौड़ का आयोजन फिटिस्तान -एक फिट भारत के सौजन्य से किया गया था। इसमें सेना ,परामिलिटेरी और पुलिस के लोगों के के साथ-साथ 13,138 आम नागरिकों ने भी भाग लिया। इस दौड़ में 2 साल के बच्चे से लेकर 98 साल के बुजुर्ग भी शामिल हुए।
सोल्जराथॉन मैराथन की शुरुआत के पीछे खूबसूरत जज्बे की कहानी है। पूर्व राष्ट्रपति डॉक्टर कलाम के विचार को साकार रूप देने का काम सेना के स्पेशल कोर के मेजर सुरेंद्र पूनिया ने किया। इन दोनों का सपना था कि एक दिन पूरा देश हमारे सैनिकों के सम्मान में दौड़े। इस बार फिटिस्तान -एक फिट भारत ने इस मैराथन को बड़ा और नया रूप दे दिया है। 14 अगस्त को हुए सोल्जराथॉन की दौड़ को पूरे भारत में सफलतापूर्वक संपन्न कराने में फिटिस्तान -एक फिट भारत के कैप्टन की महत्वपूर्ण भूमिका रही। भारत के अलग-अलग शहरों में मौजूद इन कैप्टन ने इस मैराथन को सफलतापूर्वक अपने-अपने शहरों में पूरा कराया।
115 शहरों में जहाँ सोल्जराथॉन का आयोजन हुआ उनमें सबसे ज़्यादा शिरकत बड़ोदा,जम्मू, हकीमपेट, मुंबई,बैंगलोर,रायपुर, भिलाई,कोयमबटोर, भिलाई,सीकर, लक्ष्मणगढ़,मंगलोर, जलना, जलगाँव, कलकता, बूसावल, आगरा ,गुड़गाँव ,ग्रेटर नोएडा शामिल हैं। इस सोल्जराथॉन में मुंबई के दो छात्रों आर्यमन हुड्डा और ऊदीयांश ने कुछ ऐसा कर दिखाया जो सबके लिए एक मिसाल बन गया। उन्होंने देश की वीर जांबाज़ सैनिकों के सम्मान में मुंबई के संजय गाँधी नेशनल पार्क में इस दौड़ में दौड़ने वाले हर धावक के नाम के 13138 पेड़ भी लगाये ।
आज देश के हर कोने में सोल्जराथॉन मैराथन की गूँज है। फिटिस्तान – एक फिट भारत के कैप्टन ने प्रण लिया है कि वो पूरे भारत को फ़िट बनायेंगे। इसकी अगली कड़ी को और बड़े पैमाने पर करने की कराए जाने की योजना बनाई गई है। 16 दिसंबर यानि विजय दिवस, जिस दिन हमारे देश भारत ने पाकिस्तान के दो टुकड़े करके उसको धूल चटाई थी उस दिन हमारे देश के सबसे बड़े नायकों को -हमारे सैनिकों के सम्मान में दुनिया की सबसे बड़ी सोल्जराथॉन मैराथन का पूरे देश में आयोजन करेंगे। इस बारे में मेजर सुरेंद्र पूनिया उम्मीद जताते हैं क़ि 16 दिसंबर के विजय दिवस के दिन सोल्जराथॉन मैराथन में एक लाख से ज़्यादा लोग दौड़ेंगे। उसके लिये फिटिस्तान -एक फिट भारत की टीम अभी से कमर कस रही है। उम्मीद है विजय दिवस के दिन देश के सैनिकों के नाम एक और विजय गाथा लिखी जाएगी।
एपीएन न्यूज़ और उसकी सहयोगी संस्था इंडिया लीगल जो कि सोल्जराथॉन और फिटिस्तान -एक फिट भारत के मीडिया पार्टनर हैं इसके सफलतापूर्वक संपन्न होने पर पूरी टीम को बधाई देती है।