16 दिसंबर 2012 एक ऐसी तारीख, जिसे भारत के इतिहास में पिछले 5 सालों से काले दिवस के रूप में मनाया जा रहा है। ये वही दिन है जब देश की बेटी निर्भया की आबरू को रात के अंधेरें में तार-तार किया गया था। आज उस मामले को पांच साल बीत चुके हैं लेकिन आज भी दिवंगत दामिनी की आबरू को बार बार उतारा जा रहा है। कुछ ऐसा ही नजारा बेंगलुरु में आयोजित एक सम्मान समारोह में देखने को मिला, जहां महिला सशक्तिकरण के लिए काम करने वाली महिलाओं को ‘निर्भया अवॉर्ड’ से सम्मानित करने के दौरान कर्नाटक के पूर्व डीजीपी एच.टी.सांगलियान ने निर्भया की मां पर आपत्तिजनक बयान देते हुए कहा, ‘निर्भया की मां के फिजिक को देखकर पता चलता है कि निर्भया कितनी सुंदर रही होगी।‘
दरअसल, बेंगलुरु में आयोजित किए गए महिला सम्मान समारोह में निर्भया की मां आशा देवी भी शामिल हुई थी, इस दौरान महिलाओं को सम्मानित करते हुए कर्नाटक के पूर्व डीजीपी बोले, कि ‘निर्भया की मां के फिजिक को देखकर पता चलता है कि निर्भया कितनी सुंदर रही होगी।’ बता दे वह यही नहीं रुके, महिलाओं पर विवादित बयान देते हुए वह बोले, अगर आपको किसी ने काबू कर लिया है तो आपको वहां सरेंडर कर देना चाहिए, इससे हम खुद को मौत के मुंह से बचा सकते हैं।
पूर्व डीजीपी के इस बयान पर विवाद बढ़ता जा रहा है। इस मामले में निर्भया की मां ने पूर्व डीजीपी को कड़े शब्दों में जवाब देते हुए कहा, कि ‘बेहतर होता अगर वह व्यक्तिगत टिप्पणी करने की बजाए हमारे संघर्ष के बारे में बात करते। इससे साफ है कि हमारे समाज की सोच अभी तक नहीं बदली है।‘
इस मामले के तूल पकड़ने के बाद एच.टी सांगलियान अपने बयान को सही ठहराते हुए बोले, मैंने कहा था कि निर्भया की मां का फिजिक बहुत अच्छा है और निर्भया भी सुंदर रही होगी। यह बयान सिर्फ महिलाओं की कोमलता और किसी सुंदर व्यक्ति के बारे में बताना था। मुझे भी अकसर लोग कहते हैं कि आप बहुत स्लिम और यंग दिखते हैं तो मैं इस पर खुश महसूस करता हूं।
अपने बयान पर शर्मिंदा होने के बजाय एच.टी सांगलियान फक्र से बोले, मैं अपने बयान को पूरी तरह से सीमा के अंदर समझता हूं और मुझे लगता है कि लोग बेवजह इसे मुद्दे बना रहे हैं।