प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को राखी बांधने वाली उनकी मुंहबोली बहन ने आज दुनिया को अलविदा कह दिया है। 104 साल की शरबत देवी ने अपने निवास स्थान झारखंड के धनबाद में शनिवार सुबह आखिरी सांस ली। बता दें कि शरबती लंबे समय से बीमार चल रही थी। शरबती तब चर्चा में आई थी जब उन्होंने दिल्ली जाकर पीएम को राखी बांधी थी।
प्रधानमंत्री मोदी ने 103 वर्षीय विधवा शरबती देवी को अपने आवास पर बुलाकर उनसे राखी बंधवाई थी। उस समय PMO की ओर से उनकी तस्वीर ट्विटर पर पोस्ट भी की गई थी।
पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी को अपना मुंहबोला भाई मानने वाली सरबती देवी की तमन्ना थी कि वह प्रधानमंत्री को राखी बांधे।शरबती देवी ने 50 साल पहले अपने भाई को खो दिया था, जिसके बाद इस बार उनके बेटे ने पीएम को चिट्ठी लिखकर इस बात को कहा। जिसके बाद मोदी ने उन्हें अपने यहां आमंत्रित किया। यहां तक कि तय समय से चार घंटे देर से पहुंचने के बाद भी पीएम मोदी ने प्रोटोकाल तोड़ते हुए उन्हें मिलने का समय दिया और उनसे राखी बंधवाई।
गौरतलब है कि रक्षाबंधन के दिन राष्ट्रपति से लेकर प्रधानमंत्री तक बच्चों से राखी बंधवाते हैं, लेकिन पिछले साल बीते रक्षा बंधन के अवसर पर पीएम मोदी ने शरबती देवी की इच्छा के मुताबिक प्रधानमंत्री कार्यालय में राखी बंधवाई थी।
सरबती देवी की धनबाद के रहने वाले धनराज अग्रवाल से शादी हुई थी। उनके पति का पहले ही निधन हो चुका है। सरबती देवी की कुल 9 संतानें थी जिनमें से 2 संतानों का निधन हो चुका है। मिली जानकारी के मुताबिक सरबती देवी का धनबाद के बस्ताकोला स्थित गोशाला में रविवार को अंतिम संस्कार किया जाएगा।