प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आज गुरु रविदास की जयंती के अवसर पर रविदास को याद करते हुए उनको नमन किया। प्रधानमंत्री ने अपने ट्वीट में गुरु रविदास की प्रतिमा को नमन करते हुए फोटो शेयर की और कहा कि कि उनकी सरकार गुरु रविदास जी की शिक्षा के अनुरूप ‘‘सबका साथ, सबका विकास’’ की भावना के साथ काम कर रही है।
Guru Ravidas Ji had unwavering faith in values of harmony and brotherhood. He did not believe in any kind of discrimination. When we work with the motto of ‘Sabka Saath, Sabka Vikas’ we are deeply motivated by Guru Ravidas Ji’s emphasis on serving every human, especially the poor
— Narendra Modi (@narendramodi) January 31, 2018
मोदी ने एक ट्वीट में कहा कि गुरु रविदास जी सौहार्द और भाईचारे के मूल्यों में अटूट आस्था रखते थे। वे किसी के साथ भेदभाव में विश्वास नहीं करते थे। ‘‘जब हम ‘सबका साथ, सबका विकास’ के भाव के साथ काम करते हैं, तब यह गुरु रविदास के सभी लोगों, खासकर गरीबों की सेवा की शिक्षा पर आधारित होता है।’’
I bow to Guru Ravidas Ji on his Jayanti. Guru Ravidas Ji was one of the greatest Saints to have been born in our land. He stood for a society that is equal, just and compassionate. His teachings are eternal and are relevant for people of all sections of society. pic.twitter.com/vJa2GmojpY
— Narendra Modi (@narendramodi) January 31, 2018
मोदी ने ट्वीट किया कि गुरु रविदास किसी के भी साथ भेदभाव के खिलाफ थे और हम, सभी लोगों, खासकर गरीबों की सेवा की उनकी शिक्षा को ध्येय बनाकर काम कर रहे हैं । उन्होंने कहा, ‘‘मैं गुरु रविदास जी को उनकी जयंती पर नमन करता हूं। वे हमारी धरती पर जन्म लेने वाले सबसे महान संतों में से एक थे।
मोदी ने कहा कि गुरु रविदास जी ने हमारे समाज में कई सकारात्मक बदलाव लाने की दिशा में काम किया। उन्होंने अराजक और पीछे की ओर ले जाने वाले चलन पर सवाल उठाया और लोगों को समय के साथ बदलाव के लिए प्रेरित किया।
Today I would like to share these words of Guru Ravidas Ji:
— Narendra Modi (@narendramodi) January 31, 2018
ऐसा चाहूँ राज मैं जहाँ मिलै सबन को अन्न।
छोट बड़ो सब सम बसै, रैदास रहै प्रसन्न।।
Guru Ravidas Ji dreamt of a time when everybody has enough to eat and every person is happy.
मोदी ने गुरु रविदास जी की कुछ पंक्तियों को साझा किया, ऐसा चाहूं राज मैं जहां मिलै सबन को अन्न। छोट बड़ो सब सम बसै, रैदास रहै प्रसन्न। मोदी ने कहा कि गुरु रविदास जी के समृद्ध आदर्शों के अनुरूप हम मजबूत, समृद्ध और समावेशी भारत के निर्माण के लिए दिन रात काम कर रहे हैं जहां विकास का लाभ गरीबों समेत समाज के हर वर्ग को प्राप्त हो।