गणतंत्र दिवस के दिन कासगंज में हुई सांप्रदायिक हिंसा के बाद से जिले में तनाव की स्थिति बनी हुई है। प्रशासन के तमाम दावों के बावजूद स्थिति सुधरने का नाम नहीं ले रही है। ऊपर से शासन और प्रशासन से भी बेतुके बयान आने शुरू हो गए हैं जिससे माहौल और भी गर्माता जा रहा है। बता दें कि मंगलवार को यहां एक धार्मिक स्थल में तोड़फोड़ की जानकारी सामने आई है, जिसके बाद से सांप्रदायिक तनाव गहराने की आशंका बढ़ गई है। वहीं दूसरी ओर राज्यसभा सांसद विनय कटियार ने कहा है कि पाकिस्तान समर्थकों ने चंदन की हत्या की है। उन्होंने कहा है कि कासगंज में पाकिस्तान परस्त लोग आ गए हैं।
इसी तरह बरेली के डीएम राघवेंद्र विक्रम सिंह ने भी कासगंज मामले में पाकिस्तान को जोड़ा था। जिसपर उन्होंने मामला आगे बढ़ता देख बाद में माफी मांगी और अपने बात को विस्तार दिया। उन्होंने बाद में कहा कि हमारी मंशा कोई कष्ट देने की नही थी। सांप्रदायिक माहौल सुधारना हम लोगों की प्रशासनिक एवं नैतिक जिम्मेदारी है। मुस्लिम हमारे भाई हैं, हमारे ही रक्त हैं। हमारा डीएनए एक ही है। हमें उन्हें वापस लाना नहीं आया। इस पर फिर कभी… एकीकरण व समरसता के भाव को ज़ितनी जल्दी हम समझे ऊतना बेहतर है। इससे पहले उन्होंने कहा था कि “अजब रिवाज बन गया है। मुस्लिम मौहल्लों में ज़बरदस्ती जुलूस ले जाओ और पाकिस्तान मुर्दाबाद के नारे लगाओ। क्यों भाई वे पकिस्तानी हैं क्या? यही यहां बरेली में खैलम में हुआ था। फिर पथराव हुआ, मुकदमे लिखे गए …”
इस बीच केंद्रीय मंत्री साध्वी निरंजन ज्योति ने कहा कि यह घटना बताती है कि राष्ट्रविरोधी तत्व तिरंगा यात्रा को बर्दाश्त नहीं कर सकते। उन्होंने कहा, ‘यूपी सरकार कड़े ऐक्शन ले रही है। ऐसी घटनाओं को सहन नहीं किया जा सकता। इस मुद्दे का राजनीतिकरण नहीं किया जाना चाहिए।’ वहीं पूरे मामले से निपटने को लेकर योगी सरकार की कार्रवाई की सराहना करते हुए कटियार ने कहा, ‘सरकार कड़े कदम उठा रही है। अभी और कड़े कदम उठाने की जरूरत है। सरकार ने एसआईटी का गठन कर दिया। कोई अपराधी बचने नहीं पाएगा।’
कासगंज में इस समय भारी पुलिस बल तैनात हो गई है। बता दें कि सोमवार रात को मालगोदाम रोड स्थित दुकान में आग लगने से एक बार फिर तनाव की स्थिति पैदा करने की कोशिश की गई थी और मंगलवार को कासगंज के अमनपुर इलाके में स्थित धार्मिक स्थल में तोड़फोड़ की घटना सामने आ गई। इलाके में तनाव है और प्रशासन के तमाम दावों के बावजूद भी बाजार नहीं खुले। हालांकि, जिले में इंटरनेट सेवा बहाल कर दिया गया है। इधर, हिंसा के आरोपी मोहसिन नामक शख्स को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है।
गौरतलब है कि शुक्रवार को गणतंत्र दिवस पर विश्व हिंदू परिषद (VHP) और अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद (ABVP) के कार्यकर्ताओं ने तिरंगा यात्रा निकाली थी। तिरंगा यात्रा जब बिलमार गेट के पास अल्पसंख्यक समुदाय के मुहल्ले से गुजरने लगा, तो तिरंगा यात्रा निकाल रहे युवकों ने भड़काऊ नारेबाजी की, जिससे दो गुटों में झड़प शुरू हो गई। झड़प इतनी बढ़ी की इसने हिंसा का रूप ले लिया।