WPI Inflation: देश में महंगाई थमने का नाम नहीं ले रही है और फिलहाल लोगों को इस महंगाई से राहत मिलती नजर नहीं आ रही है। मंगलवार को सरकार द्वारा थोक महंगाई दर के आकड़े जारी किए गए। जिसमें थोक महंगाई (WPI Inflation) दर 15.88 प्रतिशत पहुंच गई। पिछले साल से तुलना करे तो इस साल थोक महंगाई दर में बढ़ोतरी हुई है। साल 2021 में WPI Inflation 13.11 फीसदी थी। हालांकि, सोमवार को जारी किए आंकड़े के अनुसार खुदरा महंगाई दर में कमी आई है।
WPI Inflation: नहीं थम रही महंगाई की मार
महंगाई दर में लगातार इजाफा हो रहा है। खाने- पीने की चीजों में लगातार इजाफा हो रहा है। ईंधन और बिजली की महंगाई दर में लगातार इजाफा होने के कारण थोक महंगाई दर बढ़ी है। WPI पिछले साल अप्रैल से लगातार 14वें महीने दोहरे अंकों में बनी हुई है और तीन महीनों से लगातार बढ़ रही है। मई में खाद्य पदार्थों की मुद्रास्फीति 12.34 प्रतिशत थी। इस दौरान सब्जियों, गेहूं, फलों और आलू की कीमतों में एक साल पहले की तुलना में तेज वृद्धि हुई।
सब्जियों के दाम 56.36 फीसदी, गेहूं में 10.55 फीसदी और अंडा, मांस तथा मछली की कीमत 7.78 फीसदी बढ़ी। ईंधन और बिजली की मुद्रास्फीति 40.62 प्रतिशत थी, जबकी विनिर्मित उत्पादों और तिलहन में यह 10.11 प्रतिशत और 7.08 प्रतिशत रही। कच्चे तेल और प्राकृतिक गैस की मुद्रास्फीति मई में 79.50 प्रतिशत थी।
आंकड़ों की बात करें तो अप्रैल में थोक महंगाई दर 15.08 फीसदी थी। मार्च में 14.55 फीसदी, फरवरी में 13.11 फीसदी और जनवरी 2022 में 12.96 फीसदी रही थी। आंकड़ों के हिसाब से मई लगातार 14वां महीना है, जब थोक महंगाई की दर 10 फीसदी से ऊपर है।
WPI Inflation: खुदरा महंगाई दर में मामूली गिरावट
सोमवार को खुदरा महंगाई दर के आकड़े जारी किए गए थे। जिसमें गिरावट को दर्ज किया गया। खुदरा महंगाई दर अब 7.04 फीसदी है। खाद्य महंगाई दर 8.31 प्रतिशत से घटकर 7.97 प्रतिशत हो गई है।
WPI Inflation: RBI ने बढ़ाया रेपो रेट
सरकार ने जनता को महंगाई से राहत देने के लिए ईंधन की कीमतों में कटौती की थी। सरकार ने पेट्रोल-डीजल पर एक्साइज ड्यूटी को कम किया था। जिसके बाद राज्य सरकारों ने भी वैट को घटा दिया था।
इसके साथ ही कुछ दिनों पहले ही RBI की मौद्रिक नीति समिति की 6-8 जून को हुई बैठक में प्रमुख ब्याज दर में 50 बेसिस प्वाइंट की बढ़ोतरी की घोषणा की गई, क्योंकि महंगाई दर कंफर्ट लेवल से ऊपर बनी हुई है।
रेपो रेट 0.50 फीसदी से बढ़कर 4.90 फीसदी हो गई है। जिसकी वजह से पर्सनल लोन, होम लोन, वाहन के लिए लोन लेने पर EMI बढ़ा दी गई है।
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