RBI Repo Rate Hike:RBI ने बुधवार को एक बार फिर रेपो रेट बढ़ाने का ऐलान कर दिया है। RBI ने दो महीने में दो बार अपना रेपो रेट बढ़ाया है। आपको बता दें, आरबीआई ने 50 बेसिस प्वाइंट की बढ़ोतरी की है, जिससे रेपो रेट 4.40 से बढ़कर 4.90 फीसदी हो गया है।मॉनिटरी पॉलिसी कमेटी (Monetary Policy Committee) की बैठक में लिए गए फैसले के बाद आरबीआई गवर्नर शक्तिकांत दास (Shaktikanta Das) ने इसकी जानकारी साझा की है।

RBI Repo Rate Hike: दो महीने में दो बार बढ़ा रेपो रेट
आपको बता दें, इससे पहले 4 मई को हुई बैठक के बाद आरबीआई ने रेपो रेट में अचानक 40 बेसिस प्वाइंट का इजाफा किया था। यानी रेपो रेट 7 फीसदी से बढ़कर 7.40 फीसदी हो गया था। आज एक बार फिर रेपो रेट में 50 बेसिस प्वाइंट का इजाफा कर इसे 7.90 फीसदी तक बढ़ाने का ऐलान कर दिया गया है। दो महीने में कुल 90 फीसदी की बढ़ोतरी की गई है। आपको बता दें, यह फैसला आम जनता को महंगाई से राहत देने के लिए लिया गया है।इस समय मुद्रास्फीति की दर लगातार 6 प्रतिशत के ऊपर बनी हुई है।
RBI Repo Rate Hike: किस पर होगा असर?
आरबीआई की तरफ से बढ़ाए गए इस रेपो रेट का असर सभी बैंक के करोड़ो ग्राहकों को होने वाला है। दरअसल, रेपो रेट बढ़ने से ग्राहकों का लिया हुआ लोन जैसे होम लोन (Home Loan), कार लोन (Car Loan) और एजुकेशन लोन (Education Loan) का महंगा होना तय है। वहीं जिन लोगों ने पहले से लोन लिया हुआ है उनकी EMI और महंगी हो जाएगी।

RBI Repo Rate Hike: क्या होता है रेपो रेट?
बैंक द्वारा जिस रेट पर लोन दिया जाता है, उसे रेपो रेट कहते हैं। रेपो रेट बढ़ने तका मतलब है कि उसके अनुसार ही अब लोन और महंगे रेट पर मिलेगा। जिससे आपके लोन का सीधा असर आपकी EMI पर पड़ेगा क्योंकि अब आपको पहले से अधिक EMI देना होगा।
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