गुजरात चुनाव में मतगणना के दौरान 25 प्रतिशत VVPAT पर्चियों का EVM में पड़े वोटों से मिलान करने की मांग वाली कांग्रेस की अर्ज़ी को सुप्रीम कोर्ट ने खारिज कर दिया। सुप्रीम कोर्ट ने कहा कि हम जारी चुनाव प्रक्रिया के दौरान दखल नहीं दे सकते हैं। हालांकि कोर्ट ने याचिकाकर्ता से कहा कि आप बाद में चुनाव सुधार के लिए अलग से याचिका दाखिल कर सकते हैं।
दरअसल गुजरात की कांग्रेस इकाई के सचिव ने सुप्रीम कोर्ट से गुहार लगाई कि वह चुनाव आयोग को यह निर्देश दें कि कम से कम 25 फीसदी VVPAT की पर्चियों का ईवीएम मशीनों में पड़े वोटों से मिलान किया जाए। कांग्रेस की तरफ से इस मामले में कपिल सिब्बल और अभिषेक मनु सिंघवी ने कोर्ट में पक्ष रखा।
EVM की कार्यप्रणाली और विश्वसनीयता को लेकर राजनीतिक दल पहले से कई सवाल उठाते रहे हैं और इन तमाम सवालों का जबाव देने के लिए चुनाव आयोग ने EVM हैक करने की चुनौती भी दी थी लेकिन उस वक्त दो दलों को छोड़कर किसी ने भी इसमें हिस्सा नहीं लिया था। अब गुजरात चुनाव को दौरान EVM का मुद्दा फिर गर्मा गया हालांकि चुनाव आयोग ने इन आशंकाओं को दूर करने के लिए ही गुजरात चुनाव में सभी EVM के साथ VVPAT को जोड़ा था। इन तमाम कदमों के बावजूद गुजरात चुनाव में कई जगहों से EVM में गड़बड़ी की खबरें सामने आईं। 9 दिसंबर को हुए पहले चरण के चुनाव में ही 164 EVM, 714 VVPAT और 225 कंट्रोल यूनिट में गड़बड़ी की बात सामने आई। इसके अलावा यह भी कहा गया कि EVM में ब्लूटूथ के जरिए गड़बड़ी की गई। 14 दिसंबर को हुए दूसरे चरण में भी कई जगहों से EVM को लेकर शिकायतें आईं।
बहरहाल कांग्रेस ऐसी पहला राजनीतिक पार्टी है जिसने VVPAT की पर्चियों का मिलान EVM के वोटों से कराने की मांग की और सीधे सुप्रीम कोर्ट पहुंच गई।
क्या है VVPAT?
यह वोटिंग के वक्त मतदाता को यह सुनिश्चित करवाने का तरीका है कि उसने जिस प्रत्याशी को वोट दिया है, वास्तव में उसका वोट उसी को गया है। इस प्रक्रिया के तहत EVM से एक मशीन जोड़ी जाती है। मतदाता जब EVM पर बटन दबाकर वोट डालता है तो 10 सेकंड बाद इसमें से एक पर्ची निकलती है, जिस पर सीरियल नंबर, नाम और उस प्रत्याशी का चुनाव चिन्ह होता है, जिसे मतदाता ने वोट डाला है। मतदाता इसे देख सकता है और फिर यह पर्ची मशीन के साथ लगे एक बॉक्स में चली जाती है। चुनाव में गड़बड़ी की आशंका की स्थिति में इन पर्चियों का मिलान EVM में रिकॉड हुए मतों के साथ किया जा सकता है।