सिर्फ ट्रेन ही रेल की पटरियों से नहीं उतर रही। पूरी रेल व्यवस्था ही पटरी से उतरती हुई दिखाई दे रही है। देश की पहली हाई स्पीड ट्रेन तेजस एक्सप्रेस में रविवार को फूड पॉइजनिंग होने से कई यात्री बीमार पड़ गए। लोगों को आनन-फानन में ट्रेन रोककर लाइफ केयर हॉस्पिटल में इलाज के लिए भर्ती कराया गया। ऐसी लापरवाही से लोगों में खासा आक्रोश है। लोगों को अब रेल के भोजन से डर भी लगने लगा है। ऐसे में अब पूरी व्यवस्था पर ही सवाल उठने लगे हैं।
मशीनरी गड़बड़ी के कारण रेल हादसे हो जाते हैं, ये डर लोगों में पहले से व्याप्त है। बड़े-बड़े दिग्गजों ने इसके कारण अपना इस्तीफा तक दे चुके हैं। लेकिन इंसानी गड़बड़ी भी अगर रेल व्यवस्था में होने लगे तो समस्या और गंभीर हो जाती है। गोवा से मुंबई आ रही तेजस एक्सप्रेस में यात्रियों ने सुबह नाश्ता किया जिसके बाद लोगों की तबीयत खराब होना शुरू हो गई। इस बाबत ट्रेन को कोंकण के चिपलून स्टेशन पर रोका गया और तुरंत ही लोगों को अस्पताल भेजा गया। हालांकि सभी यात्रियों की हालत अब ठीक बताई जा रही है।
तेजस ट्रेन का हाल ही में उद्घाटन हुआ था। यह ट्रेन मुंबई और गोआ के बीच चलती है। पूर्व रेल मंत्री सुरेश प्रभु ने मई, 2017 में तेजस एक्सप्रेस को छत्रपति शिवाजी स्टेशन से हरी झंडी दिखाकर रवाना किया था।