Khargone Violence: रविवार को रामनवमी के अवसर पर खरगोन में जातीय हिंसा की सूचना के बाद, मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने रामनवमी जुलूस के दौरान हुई हिंसा पर कड़ा रुख अपनाया है। इस हिंसा के दौरान पथराव हुआ, घरों में आग लगा दी गई और गोलियां चलाई गईं। पैर में गोली लगने से खरगोन के पुलिस अधीक्षक सिद्धार्थ चौधरी भी घायल हो गए थे। अब इस मामले में पुलिस ने कार्रवाई करते हुए बड़वानी और खरगोन जिलों में रामनवमी में हिंसा के आरोपियों की संपत्तियों को ध्वस्त कर दिया है।

Khargone Violence : 84 लोगों की हुई है गिरफ्तारी
जुलूस में पथराव और पेट्रोल बम फेंकने के आरोपी के अवैध घरों और दुकानों को प्रशासन ने सोमवार को ध्वस्त कर दिया। संभागीय आयुक्त पवन शर्मा ने बताया कि 50 स्थानों पर तोड़फोड़ अभियान चलाया गया और हिंसा के सिलसिले में पुलिस ने 84 लोगों को गिरफ्तार किया है।

सीएम Shivraj Singh Chauhan ने अपराधियों के खिलाफ बुलडोजर का किया इस्तेमाल
बता दें कि मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान को इन दिनों “बुलडोजर मामा” के नाम से जाना जाने लगा है। दरअसल, सरकार में आने के बाद से शिवराज सिंह ने धर्मांतरण और श्योपुर, रायसेन, शहडोल ,सिवनी और अब खरगोन में सांप्रदायिकता के खिलाफ कार्रवाई में कथित अपराधियों की संपत्तियों को ध्वस्त करने के लिए बुलडोजर का खूब इस्तेमाल किया है।

गौरतलब है कि शिवराज सिंह चौहान 2020 में केंद्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया के नेतृत्व में कांग्रेस के विधायक दल के एक वर्ग के भाजपा में शामिल होने के बाद मुख्यमंत्री बने। हालांकि उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के अपराधियों के खिलाफ ‘बुलडोजर’ कार्रवाई के बाद से सीएम शिवराज सिंह चौहान भी लगातार सुर्खियों में रहे हैं।
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