China का उद्देश्य नवीकरणीय ऊर्जा (Renewable Energy) को बढ़ाना, कच्चे तेल के उत्पादन को बनाए रखना और प्राकृतिक गैस के उत्पादन को बढ़ावा देना है क्योंकि वो Energy Security को बैलेंस करना चाहता है। साथ ही इससे पर्यावरण को भी नुकसान नहीं होगा।
गौरतलब है कि चीन दुनिया का सबसे बड़ा ग्रीनहाउस गैस उत्सर्जक है। पड़ोसी देश का कहना है कि उसका कार्बन एमिशन 2030 तक चरम पर पहुंच जाएगा और वो 2060 तक कार्बन न्यूट्रीलिटी हासिल कर लेगा।
मंगलवार को चीन के राष्ट्रीय विकास और सुधार आयोग ने एक बयान में कहा, “हम Energy Structure के एडजस्टमेंट में तेजी लाएंगे और एक ही समय में Energy Supply Security और low-carbon transformation को बढ़ावा देंगे।”
China कच्चे तेल का उत्पादन 200 मिलियन टन तक करेगा
आयोग के बयान के मुताबिक, China वार्षिक कच्चे तेल का उत्पादन 200 मिलियन टन तक करेगा और 2025 तक वार्षिक प्राकृतिक गैस उत्पादन को 230 बिलियन क्यूबिक मीटर से अधिक तक बढ़ाएगा। 2025 तक चीन का उद्देश्य non-fossil fuels को कुल ऊर्जा खपत का लगभग पांचवां हिस्सा बनाना है, जो 2020 से 16% ज्यादा है। साथ ही Heavy Industry में वो स्टील, केमिकल, कोयले और सीमेंट के उपयोग पर भी कमी लाना चाहता है।
2021-2025 के दौरान coal-fired power capacity के लगभग 30 गीगावाट (जीडब्ल्यू) को समाप्त कर दिया जाएगा। जबकि 2025 तक 380 गीगावाट Hydropower Capacity और 70 गीगावाट परमाणु ऊर्जा क्षमता स्थापित करना उसका मकसद है।
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