Surajkund Mela: दिल्ली-एनसीआर के सबसे बड़े और लोककला और संस्कृति को विश्वस्तरीय पहचान दिलाने वाले 35वें अंतरराष्ट्रीय सूरजकुंड मेेले का आगाज 19 मार्च से होने जा रहा है। फरीदाबाद में लगने वाला सूरजकुंड मेला पिछले 2 वर्षों से कोरोना की मार के चलते आयोजित नहीं किया जा रहा था, लेकिन कोरोना में सुधार और देश में मामलों में आ रही गिरावट को देखते हुए हरियाणा सरकार ने मेला लगाने की अनुमति दे दी है।
हरियाणा पर्यटन विकास निगम के अनुसार 35वां सूरजकुंड अंतरराष्ट्रीय मेला इस बार 19 मार्च से 4 अप्रैल 2022 तक मनाया जाएगा। मेले को लेकर सभी तैयारियां पूरी कर ली गई हैं। इस बार मेले में 1100 स्टाल ही रखे गए हैं। मेले का स्टेट पार्टनर जम्मू एवं कश्मीर रहेगा, जबकि कंट्री पार्टनर उजबेकिस्तान को रखा गया है। मेले में 35 देश हिस्सा लेंगे और 30 देशों की तरफ से अपने आने की अनुमति भी भेज दी गई है। सांस्कृतिक मंच के लिए भी अब तक 17 देशों के कलाकारों ने अपनी सहमति भेजी है।
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Surajkund Mela: सरकारी स्कूल के छात्रों को प्रवेश नि:शुल्क
मेले में आने वाले राजकीय स्कूलों के बच्चों के लिए एंट्री फ्री फ्री रखी गई है। इसके साथ ही दिव्यागों को 50 प्रतिशत की छूट दी जाएगी। मेले में पांच प्रवेश द्वार रहेंगे। इसमें से आम जनता के लिए तीन गेट रहेंगे। एक गेट वीआईपी और एक गेट मीडिया एंट्री के लिए रहेगा। मोबाइल एटीएम और विदेशी मुद्रा बदलने की सुविधा भी होगी। मेला स्थल पर अस्थाई डाकघर भी स्थापित किया जाएगा।
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कोविड नियमों का सख्ती से पालन
मेला परिसर स्थल और आसपास के क्षेत्रों में कोविड नियमों का पालन सख्ती के साथ किया जाएगा। इसके साथ ही जगह-जगह पर सेनीटाइजेशन, सफाई एवं मास्क की व्यवस्था की जाएगी। हरियाणा पर्यटन विभाग के अधिकारियो के अनुसार मेले में प्रवेश मास्क लगाने पर ही दिया जाएगा।
इसके साथ ही प्रवेश पूर्व डिजिटल थर्मामीटर से शरीर का तापमान जांचा जाएगा। मेले में गंदगी फैलाने और सार्वजनिक संपत्तियों को नुकसान पहुंचाने पर दंडित किया जाएगा।आठ एंबुलेंस ड्यूटी पर रहेंगी मेला स्थल पर स्वास्थ्य विभाग की दो अतिरिक्त डिस्पेंसरी भी बनाई जाएंगी और आठ एंबुलेंस लगातार यहां ड्यूटी पर रहेंगी। मेला स्थल पर कोविड19 टीकाकरण कैंप भी लगाया जाएगा।
सुरक्षा-व्यवस्था चाक चौबंद
मेले में रोजाना लाखों की तादाद में लोग पहुंचते हैं। ऐसे में सुरक्षा का दायित्व और भी बढ़ जाता है। लिहाजा हरियाणा पुलिस की तरफ से खास व्यवस्था पर काम किया जा रहा है। मेले में सुरक्षा पुख्ता की गई है। जिला प्रशासन की तरफ से नोडल अधिकारी नियुक्त किया गया है। पुलिस की तरफ से डीसीपी मुख्यालय नितिश अग्रवाल को पुलिस की तरफ से नोडल अधिकारी नियुक्त किया गया है।
पूरा मेला परिसर, पार्किंग स्थल और आसपास की जगहें सीसीटीवी कैमरे की जद में रहेंगी। मेला परिसर में एक अस्थाई पुलिस लाइन भी बनाई जाएगी। यहां प्रतिदिन 2500 से ज्यादा पुलिसकर्मियों की ड्यूटी रहेगी। मेला सुबह 12 बजे शुरू होगा और रात 11.30 बजे तक रहेगा। रात को 9 बजे के बाद यहां प्रवेश बंद कर दिया जाएगा। मेला क्षेत्र की ड्रोन से मैपिंग करवाई जा रही है और इस स्थल को 18 अलग-अलग सेक्टरों में विभाजित किया जाएगा।
छोटी और बड़ी चौपाल पर सांस्कृतिक कार्यक्रमों की छटा
मेले में मशहूर छोटी चौपाल और बड़ी चौपाल पर लगातार सांस्कृतिक कार्यक्रम जारी रहेंगे। यहां देश व विदेश के कलाकारों के अलावा स्कूली बच्चे भी अपनी प्रस्तुति देंगे। इसके अलावा बच्चों के लिए प्रतिदिन विभिन्न प्रतियोगिताएं भी करवाई जाएंगी। इसके साथ ही श्री कृष्णलीला, देसी और विदेशी कलाकार अपनी सुंदर प्रस्तुति से सभी को मंत्रमुग्ध कर देंगे। इसके लिए लगातार रिहर्सल भी की जा रही है।
देश के अलग-अलग राज्यों का जायका मिलेगा यहां
खाने के शौकीनों के लिए सूरजकुंड मेला खास रहेगा। यहां देश के कोने-कोने से आए कारीगर अपनी कारीगरी के साथ स्वादिष्ट भोजन का भी स्वाद चखाएंगे। जिसमें हरियाणा, राजस्थान, महाराष्ट्र, केरल, छत्तीसगढ़, उत्तर प्रदेश, असम, मिजोरम के खाने का जायका चखने का मौका मिलेगा।
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हस्तशिल्प और कला के अनूठे मेल को देख सकेंगे
मेले में भारत की हस्तशिल्प कला की सुंदर झलक देखने को मिलेगी। वहीं विदेश से आए उजेबक कलाकार यहां अपनी मनमोहक कारीगरी और नृत्य कला से रूबरू करवाएंगे। वहां की भाषा, कला और संस्कृति के साथ ही लोग पंरपरा को जान पाएंगे।
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