Rafale Fighter Jet: भारतीय वायुसेना के 3 और राफेल लड़ाकू विमान फ्रांस से भारत पहुंच गई है। वायुसेना की ओर से जानकारी दी गई है कि विमान को संयुक्त अरब अमीरात वायुसेना द्वारा हवाई ईंधन भरने में सहायता प्रदान की गई थी। इन 3 राफेल जेट के आने से, भारत को अब 36 में से 35 राफेल मिल गए हैं, और इससे वायुसेना की ताकत में इजाफा हुआ है। बता दें कि राफेल के लिए भारत ने सितंबर 2016 में फ्रांस के साथ अनुबंध पर हस्ताक्षर किए थे। 36वां विमान कुछ हफ्तों के बाद फ्रांस से भारत पहुंचेगा।
Rafale Fighter Jet: शक्तिशाली हथियार ले जाने में सक्षम
गौरतलब है कि राफेल जेट कई प्रकार के शक्तिशाली हथियार ले जाने में सक्षम हैं। यूरोपीय मिसाइल निर्माता एमबीडीए का उल्का दृश्य सीमा से परे हवा से हवा में मार करने वाली मिसाइल, स्कैल्प क्रूज मिसाइल और एमआईसीए हथियार प्रणाली राफेल जेट के हथियार पैकेज का मुख्य आधार होगा। बता दें कि इसके लिए भारत ने फ्रांस के साथ 59,000 करोड़ रुपये की लागत से 36 विमानों की खरीद के लिए एक अंतर-सरकारी समझौते पर हस्ताक्षर किया था। सुखोई जेट रूस से आयात किए जाने के बाद 23 वर्षों में लड़ाकू विमानों का भारत का पहला बड़ा अधिग्रहण है।

Rafale Fighter Jet: हवा से हवा में मार करने वाली विमान है राफेल
राफेल लड़ाकू विमान 3,700 किलोमीटर तक एक बार में चल सकता है, और इसके रेंज को मिड-एयर रीफ्यूलिंग के साथ और भी बढ़ाया जा सकता है। बता दें कि राफेल एक बार में कई तरह की मिसाइलें कहीं ले जाने में सक्षम है। इतना ही नहीं यह हवा-से-हवा में मार करने वाली फाइटर प्लेन है, जो तकरीबन 150 किमी दूर से दुश्मन के विमानों पर हमला कर सकती है। राफेल मौजूदा समय में सबसे लेटेस्ट फाइटर जेट में से एक है।
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