राष्ट्रीय जनता दल के 21वें स्थापना दिवस पर आरजेडी प्रमुख लालू प्रसाद यादव एक बड़ा बयान देकर सुर्खियों में आ गए हैं। वैसे भी लालू यादव का सुर्खियों में आना कोई बड़ी चिज नहीं है क्योंकि वह अक्सर कोई न कोई बड़ा बयान दे कर सुर्खियों में छाए रहते हैं। लालू ने 2019 के लोकसभा चुनाव को लेकर कहा,’अगर 2019 के चुनावी मैदान में मायातवी और अखिलेश यादव साथ आ जाए तो बीजेपी का सत्ता से खेल खत्म हो जाएगा।’ इसी दौरान उन्होंने “मौके पर चौका” मारते हुए सभी दलों को भी एक जुट होने की अपील की। लालू ने बताया कि चाहे वाड्रा हो या प्रियंका गांधी, चाहे केजरीवाल हो या ममता दीदी, चाहे अखिलेश हो या मायावती सभी को “तुगलकी फरमान” द्वारा तोड़ने की कोशिश की जा रही हैं।
न्यायपालिका पर बोले लालू-
बेनाम संपत्ति और सीबीआई जांच को लेकर लालू ने कहा कि आजकल तो कोर्ट बहुत जाना होता है। हम लोकतंत्र के चौथे स्तभ (न्यायपालिका) का सम्मान करते हैं और इसीलिए समय से हर तारिख पर कोर्ट जाते हैं। उन्होंने कहा,’13 एकड़ जमीन के दस्तावेज हमारे पास हैं आइए हमारे घर, हम दिखाते हैं।’ मोदी सरकार हमें कमजोर करने, हमें उथल पुथल करने और हमें सत्ता से हटाना चाहती है लेकिन हम उन्हे सत्ता से हटा देंगे।
आडवाणी पर कसा तंज-
राष्ट्रपति पद का उम्मीदवार को लेकर लालू यादव ने “आग में घी” डालते हुए कहा,’हम विचारधारा से समझौता नहीं कर सकते, बीजेपी ने आडवाणी के सपनों पर पानी फेर दिया।‘ उन्होंने बताया कि राष्ट्रपति पद का उम्मीदवार के रुप में रामनाथ कोविंद के नाम का ऐलान हम सभी को चकित कर देने वाला था।
अच्छे दिनों के नाम पर बीजेपी को घेरा-
लालू के आरोपों का दौर नहीं थमा उन्होंने कहा,’कहां गए अच्छे दिन?’ नौकरी की आशा लेकर युवाओं ने मोदी को वोट दिया था लेकिन इस सरकार में विकास रुक गया है, रोजगार शून्य है। राम राहीम के नाम पर देशभर में नफरत फैलाई जा रही है। आज देश में अघोषित आपातकाल का दौर है, देश में तानाशाही का शासन है। हम सबको एक साथ आना होगा।