प्रधानमंत्री मोदी ने सहायक सचिवों के पहले सत्र में 2015 के आईएएस अधकारियों को संबोधित करते हुए कहा कि वे नकारात्मकता को छोड़ परिवर्तन को आगे बढ़ाने की राह पर चलें। उन्होंने कहा कि अधिकारियों को उस मानसिकताओं से दूर रहना चाहिए जो विकास की राह में बाधा बनती है। उन्होंने कहा कि बदलाव को आगे बढ़ाने के लिए साहस और सकारात्मकता की आवश्यकता पड़ती है। प्रधानमंत्री ने अधिकारियों को बताया कि हमारा देश उन देशों से पिछड़ रहा है जिन्होंने भारत के समय या बाद में आजादी प्राप्त की और उनके पास संसाधनों और नेतृत्व की भी कमी थी। पीएम का कहना था कि ऐसे देश विकास के मामले में नई कीर्तिमान बना रहे हैं।

यह आईएएस अधिकारियों का तीसरा बैच है जिनसे पीएम मोदी मुलाकात कर रहे हैं। पीएम मोदी ने सहायक सचिव पद पर तैनात होने वाले नए 2015 के आईएएस अधिकारियों को अनुभव ग्रहण करने का एक तरीका बताया। उन्होंने कहा कि वे अनुभवी सहायक सचिवों और अधिकारियों के साथ वार्तालाप करें,उनसे उनका अनुभव जानें ताकि व्यवस्था को इसका लाभ मिल सके।

इस वर्ष तीन जुलाई से 29 सितंबर तक 42 मंत्रालयों के 38 विभागों में कुल 175 आईएएस अधिकारियों को सहायक सचिव पद के लिए तैनात किए गए हैं। ये अधिकारी मसूरी स्थित लाल बहादुर शास्त्री राष्ट्रीय प्रशासनिक अकादमी में दूसरे चरण का प्रशिक्षण प्राप्त करने के बाद यहां तैनात किए गए हैं।

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