Hyderabad News: तेलंगाना के मुख्यमंत्री के चंद्रशेखर राव की “भारत का नया संविधान” टिप्पणी के खिलाफ प्रदेश में विरोध तेज हो गया है। चंद्रशेखर राव के बयान का विरोध करते हुए पूर्व आईपीएस अधिकारी और राज्य बहुजन समाज पार्टी के मुख्य समन्वयक आरएस प्रवीण ने कहा कि संविधान पिछले 75 वर्षों में देश की महानता के लिए जिम्मेदार है। यह केसीआर की संपत्ति नहीं है। बता दें कि इससे पहले मुख्यमंत्री चंद्रशेखर राव ने कहा था कि हमें भारत के नए संविधान का मसौदा तैयार करने की जरूरत है। मेरा दृढ़ विश्वास है। इतने सारे राष्ट्रों ने जब भी उन्हें इसकी आवश्यकता महसूस हुई, उन्होंने अपने संविधानों को फिर से लिखा है।
RS Praveen बोले- तेलंगाना में राजवंश शासन जारी रखना चाहते हैं केसीआर
अब इस मामले पर प्रवीण कुमार ने कहा कि भारत का संविधान जो पिछले 75 वर्षों में देश की महानता के लिए जिम्मेदार है, केसीआर कैसे कह सकते हैं कि संविधान में बदलाव की जरूरत है। चाहे वह लोगों की जमीन का शोषण जारी रखने के लिए संविधान में बदलाव करना चाहते हों या तेलंगाना में राजवंश शासन जारी रखना चाहते हों, लेकिन संविधान उनकी निजी संप्पति नहीं है।
बसपा नेता प्रवीण कुमार ने मुख्यमंत्री से माफी की मांग की और आरोप लगाया कि भाजपा और टीआरएस लोगों का शोषण करने की साजिश कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि बीजेपी और टीआरएस ने इसके लिए एक साथ साजिश रची और लोगों का शोषण करने, संस्थानों को बेचने और उनका निजीकरण करने के लिए एक साथ आ रहे हैं। भारत का संविधान दुनिया के कई बेहतरीन संविधानों में से एक है। संविधान केसीआर की संपत्ति नहीं है। केसीआर को सभी संविधान निर्माताओं से माफी मांगनी चाहिए।
Hyderabad News: विपक्षी दल कर रहे हैं मुख्यमंत्री का विरोध
गौरतलब है कि तेलंगाना के मुख्यमंत्री के चंद्रशेखर राव द्वारा भारत के संविधान को फिर से लिखने का आह्वान करने के एक दिन बाद से ही बुधवार को राज्य भर में विपक्षी दलों और दलित संगठनों ने विरोध करना शुरू कर दिया है।
बता दें कि इस बीच चंद्रशेखर राव और सीएम उद्दव ठाकरे के बीच बैठक की खबर भी सियासी गलियारों में सुर्खियों में है। भले ही राव ने घोषणा की है कि वह जल्द ही ठाकरे से मिलेंगे, लेकिन शिवसेना के अंदरूनी सूत्रों ने बुधवार को कहा कि अभी के लिए एक शारीरिक बैठक संभव नहीं होगी, क्योंकि मुख्यमंत्री रीढ़ की सर्जरी से उबर रहे हैं।
केसीआर ने पहले कहा था कि वह नए गठबंधन के बारे में बातचीत करने के लिए ठाकरे से मिलने मुंबई जाएंगे, क्योंकि देश में गुणात्मक नेतृत्व परिवर्तन की जरूरत है। वहीं शिवसेना सांसद संजय राउत ने कहा है कि हम पिछले एक महीने से 2024 का चुनाव एक साथ लड़ने के लिए एक विपक्ष गठबंधन बनाने के लिए काम कर रहे हैं।
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