जलवायु परिवर्तन और एच1बी वीजा जैसे मसलों पर भारत-अमेरिका के बीच दूरी भले ही बढ़ती जा रही है लेकिन दोनों ही देश आपसी समझ बनाए रखने की हरसंभव कोशिश कर रहे हैं। अगर सब कुछ ठीक रहा तो जून के आखिर तक मोदी और ट्रंप की मुलाकात हो सकती है।
अमेरिका के विदेश मंत्रालय ने कहा है कि अमेरिका इस माह के अंत में वाशिंगटन में भारतीय प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की मेजबानी करने का इंतजार कर रहा है। विदेश मंत्रालय की प्रवक्ता हीदर नौअर्ट ने संवाददाताओं को बताया कि प्रधानमंत्री मोदी अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के निमंत्रण पर व्हाइट हाउस की एक बैठक में हिस्सा लेने के लिए इस माह के अंत में वाशिंगटन जा सकते हैं।बैठक की तारीखों की घोषणा अभी नहीं हुई है।
बता दें कि बराक ओबामा शासन में मोदी और अमेरिकी राष्ट्रपति की मुलाकात आठ बार हो चुकी है। जबकि ट्रंप के सत्ता संभालते ही मोदी एक बार भी अमेरिका नहीं गए इसलिए ट्रंप के शासनकाल में मोदी की यह पहली अमेरिकी यात्रा होगी। इस बाबत दोनों ही देश के नेता एक-दूसरे से फोन पर कम से कम तीन बार बात कर चुके हैं। ट्रंप और मोदी की यह मुलाकात दोनों ही देशों के लिए अहम् साबित हो सकती है। साथ ही कई मसलों पर आपसी सामंजस्य और बेहतर बनाने की कोशिश की जाएगी।
विदित है कि अमेरिकी राष्ट्रपति ने पेरिस जलवायु समझौते से खुद को अलग कर लिया साथ ही इस मसले पर उन्होंने भारत,चीन जैसे देशों पर आपत्तिजनक बयान भी दिया जिसका जवाब भारत ने बखूबी दिया भी था। साथ ही इस निर्णय के बाद कई देशों ने इसपर नाराजगी भी व्यक्त की। इसके अलावा अमेरिका द्वारा लिया गया H1B1 वीजा पर फैसला भी भारत के हितों के खिलाफ ही था जिसपर भारत ने नाराजगी जताई थी।