देश का सबसे बड़ा सरकारी बैंक भारतीय स्टेट बैंक ने एक बार फिर अपने सर्विस चार्ज में बदलाव किया है। इस बदलाव के मुताबिक आपको एसबीआई की कई सेवाओं के लिए ज्यादा पैसों का भुगतान करना पड़ सकता है। सर्विस चार्ज से जुड़े नए नियम 1 जून से प्रभावी हो जाएंगे।
एसबीआई से कैश विड्रॉल करना अब सिर्फ चार बार तक ही मुफ्त रहेगी और इसमें एटीएम द्वारा किया गया ट्रांज़ैक्शन भी शामिल होंगे। 4 बार से ज्यादा एसबीआई की ब्रांच से भी कैश विड्रॉल करेंगे तो हर ट्रांजैक्शन पर 50 रुपए का सर्विस चार्ज सर्विस टैक्स के साथ लगेगा। इतना ही नहीं एसबीआई के एटीएम से 4 बार से ज्यादा विड्रॉल करेंगे तो हर ट्रांजैक्शन पर 10 रुपए सर्विस चार्ज, सर्विस टैक्स के साथ देना होगा। दूसरे बैंक के एटीएम से 4 बार से ज्यादा कैश विड्रॉल पर हर ट्रांजैक्शन पर 20 रुपए सर्विस चार्ज, सर्विस टैक्स के साथ लगेगा।
सबसे अजीब बात कि अब आपको बैंक के द्वारा दिए गए फटे पुराने गंदे नोट भी लेने होंगे। दरअसल भारतीय रिजर्व बैंक ने बैंकों को साफ निर्देश दिया है कि उन्हें गंदे नोट लेने ही होंगे और इसे लेने से वे इनकार नहीं कर सकते। कटे-फटे और गले हुए नोटों को बदलवाने के लिए एसबीआई आपसे दो से लेकर पांच रुपए तक का शुल्क वसूलेगा। यह शुल्क आपसे उस सूरत में वसूला जाएगा जब आपकी ओर से बदलवाए जाने वाले नोटों की संख्या 20 से ज्यादा या फिर उनकी कीमत 5000 रुपए से अधिक होगी।
इन सबके बाद एसबीआई 1 जून से एसबीआई एक्स्ट्रा डेबिट कार्ड इश्यू करने पर भी चार्ज लेने की तैयारी कर रहा है। एक जून से बैंक सिर्फ रुपे डेबिट कार्ड ही मुफ्त में जारी करेगा। इतने सारी पाबंदियों और शुक्ल के बाद ग्राहकों के लिए एसबीआई में अकाउंट रखना और खुलवाना अब महंगा पड़ सकता है।