Maharashtra Police Campaign: महाराष्ट्र के गढ़चिरौली में पुलिस ने एक अनोखी अभियान शुरू की है। गढ़चिरौली पुलिस (Gadchiroli Police) किशोरावस्था मे आदिवासी बच्चों को नक्सल आंदोलन में जाने से रोकने के लिये डिजिटल प्रचार कर रही है। बता दें कि ये प्रचार कॉमिक्स स्केचेस का सहारा लेकर किया जा रहा है। पुलिस 12-16 साल के बच्चों को समझाने का प्रयास कर रही है कि नक्सली आंदोलन के बहुत घातक नतीजे होते हैं। गौरतलब है कि गढ़चिरौली नक्सल ग्रस्त इलाका है। यहां आए दिन बच्चे भी नक्सल आंदोलन में शामिल हो रहे हैं। वहीं गढ़चिरौली में नक्सली लगातार पुलिस के खिलाफ दुष्प्रचार करते रहते है।
Maharashtra Police Campaign: ‘गढ़चिरौली फाईल्स’ के नांम से पुलिस कर रही जनजागरण
यह दुष्प्रचार किशोरावस्था के बच्चों से लेकर युवाओ तक अलग अलग माध्यम से पहुचाया जाता है। इसे देखते हुए अब गढ़चिरौली पुलिस ने नया नक्सल विरोधी प्रचार अभियान शुरू किया है। जानकारी के मुताबिक पुलिस ‘गढ़चिरौली फाईल्स’ के नाम से कॉमिक्स,स्केचेस का सहारा लेकर जनजागरण कर रही है। इसमें 12 से 16 साल के बच्चों को नक्सली आंदोलन के घातक परिणामों के बारे में समझाया जा रहा है।
महाराष्ट्र पुलिस के मुताबिक यह फाईल्स मराठी /इंग्लिश/ गोंडी भाषा मे प्रसारित की जा रही है। भविष्य मे सरकारी योजना- विकासकार्य- रोजगार संबंधी जानकारी पर गढ़चिरौली फाईल्स का निर्माण अपेक्षित है। बता दें कि गढ़चिरौली फाइल्स के पहले संस्करण में नक्सली द्वारा एक बच्चे को आंदोलन में शामिल होने के लिए उकसाते दिखाया गया है। बच्चे जब इसका विरोध करते हैं, तो नक्सली स्कूल को बम से उड़ाते दिखाए गए हैं।
पिछले साल गढ़चिरौली में हुई थी नक्सलियों के साथ मुठभेड़
बता दें कि नवम्बर 2021 में गढ़चिरौली जिले के मर्दिनटोला वन में मुठभेड़ शुरू हुई तो 100 से ज्यादा नक्सलियों ने अपने अत्याधुनिक हथियारों से सी-60 कमांडो और विशेष कार्रवाई दल (SAT) के जवानों पर अंधाधुंध गोलीबारी की थी। पुलिस के मुताबिक इस मुठभेड़ में कुख्यात नक्सली मिलिंद तेलतुंबडे और 25 अन्य नक्सली मारे गए थे।
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