पूरे विश्व में 4 जनवरी को World Braille Day मनाया जाता है। यह दिवस महान वैज्ञानिक Louis Braille के जन्मदिवस के मौके पर मनाया जाता है, जिसने दुनिया में लाखों दृष्टीहीन लोगों को पढ़ने-लिखने में सक्षम बनाया है। फ्रांस के Louis Braille खुद एक दृष्टिहीन थे। वो खुद भी पढ़-लिख नहीं पाते थे।

World Braille Day का इतिहास
2019 में संयुक्त राष्ट्र महासभा (UNGA) द्वारा विश्व ब्रेल दिवस मनाने का निर्णय लिया गया था। विश्व ब्रेल दिवस पहली बार 04 जनवरी, 2019 को मनाया गया था। संयुक्त राष्ट्र महासभा ने लुई ब्रेल के सम्मान में उनके जन्मदिन के मौके पर इस दिन को विश्व स्तर पर ब्रेल दिवस घोषित किया था।

World Braille Day का उद्देश्य
विश्व ब्रेल दिवस को दृष्टीहिन लोगों और आंशिक रूप से देखने वाले लोगों के लिए ब्रेल के महत्व के बारे में जागरूक करने के लिए मनाया जाता है। World Health Organization (WHO) के डाटा के अनुसार दुनिया में 39 Million लोग दृष्टीहीन हैं और 253 Million लोग दृष्टिबाधित हैं।

शुरुआती लिपि थी 12 बिंदुओं पर आधारित
शुरुआत में ब्रेल लिपि 12 बिंदुओं पर आधारित थी। फिर Louis Braille ने इसमें सुधार किया और 12 की जगह 06 बिंदुओं का उपयोग कर 64 अक्षर और कुछ चिह्नों का आविष्कार किया, जिसमें बढ़, विराम चिन्ह, संख्या लिखने के लिए भी जरूरी चिह्न शामिल हैं। उनकी इस लिपि को ही ब्रेल लिपि के नाम से जाना जाने लगा।

मृत्यु के 16 वर्ष बाद लिपि को मिली मान्यता
Louis Braille ने पहली बार सार्वजनिक रूप से 1824 में Braille Script को प्रस्तुत किया। उसके कुछ साल बाद तक Louis Braille एक प्रोफेसर के रूप में कार्यरत रहे और Braille Script प्रणाली का विस्तार करने में अपना समय बिताया। 43 वर्ष की आयु में 06 जनवरी, 1832 में Louis Braille का निधन हो गया। उनकी मृत्यु के 16 साल बाद 1868 में ब्रेल लिपि को मान्यता मिली और आज पूरे विश्व में इसकी महत्वता को बनाए रखने का प्रयास किया जा रहा है।
Twitter पर शेयर किए जा रहे पोस्ट
United Nation की तरफ से पोस्ट किया गया, ” ब्रेल नेत्रहीन और आंशिक रूप से नेत्रहीन लोगों के लिए संचार का एक आवश्यक साधन है – और #globalgolus को हासिल करने में मदद कर सकता है।
ऐसे ही और भी बहुत से ट्वीट किए गए हैं।
इस ट्वीट के द्वारा ये बताने का प्रयास किया जा रहा है कि आखिर ब्रेल लिपी की शुरूआत की किसने थी? ब्रेल लिपि का आविष्कार किसने किया? ब्रेल को 1820 के दशक में फ्रांस में लुई ब्रेल द्वारा विकसित किया गया था। 200 साल बाद अंधे और आंशिक रूप से दृष्टिहीन लोगों के जीवन पर उनके कोड का बहुत बड़ा प्रभाव पड़ा है।
इस ट्वीट में लिखा गया है कि, “लुई ब्रेल के योगदान का सम्मान करते हुए जिन्होंने ब्रेल लिपि विकसित की और नेत्रहीन व्यक्तियों के जीवन को बदल दिया। नीतियों को इस तरह से डिजाइन किया जाना चाहिए कि हमारे दृष्टिबाधित भाइयों और बहनों के जीवन में अर्थ जोड़ें।
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