जम्मू कश्मीर में सेना के वरिष्ठ अधिकारी उमर फैयाज की हत्या के बाद आतंकियों ने बॉर्डर सिक्यूरिटी फ़ोर्स(बीएसएफ) की असिस्टेंट कमांडेंट परीक्षा में अव्वल आने वाले नबील अहमद वानी और उनकी बहन को धमकी दी है। यह जानकारी महिला और बाल कल्याण मंत्रालय की तरफ से दी गई है। जानकारी में कहा गया है कि नबील ने मंत्रालय को एक पत्र लिखा है जिसमे उन्होंने कहा है कि उन्हें और उनकी बहन को आतंकियों से लगातार धमकियाँ मिल रही हैं। जिसके बाद चंडीगढ़ में पढाई कर रही उनकी बहन को हॉस्टल खाली करने और किसी दूसरी जगह शिफ्ट करने को कहा गया है। उन्होंने मेनका गांधी से गुहार लगाई है कि मेरी बहन के लिए किसी सुरक्षित हॉस्टल का इंतजाम कराया जाए।

महिला और बाल कल्याण मंत्रालय की तरफ से ट्वीट कर बताया गया कि नबील के पत्र को ध्यान में रखते हुए उनकी बहन की सुरक्षा के मद्देनजर कॉलेज प्रशासन को आदेश जारी कर दिए गए हैं। एक अन्य ट्वीट में यह भी बताया गया है कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के मार्गदर्शन और नेतृत्व में हमारा कर्तव्य है कि सैनिकों के परिवारों की रक्षा की जाए जो हमारे देश की रक्षा करते हैं।

गौरतलब है कि नबील अहमद 2016 में बीएसएफ की असिस्टेंट कमांडेंट की परीक्षा में अव्वल रहे थे वह फिलहाल बीएसएफ ट्रेनिंग एकैडमी टनकपुर (ग्वालियर) में ट्रेनिंग ले रहे हैं। नबील की बहन चंडीगढ़ के एक कॉलेज से सिविल इंजीनियरिंग की पढाई कर रही हैं। नबील ने इससे पहले अपने वरिष्ठ अधिकारियों से छुट्टी के दौरान हथियार घर ले जाने की इज़ाज़त देने की मांग की थी। जिसपर विचार किया जा रहा है। उन्होंने ने यह मांग कश्मीर में बढती आतंकी घटनाओं,उमर फैयाज़ की हत्या और अपनी सुरक्षा के मद्देनजर की थी। हालांकि इस पूरे घटनाक्रम के बीच एक अख़बार से बातचीत में नबील और उनके परिवार ने ऐसी किसी धमकी से इंकार किया है। उनका कहना है कि यह बातें कहाँ से उठीं हमें नहीं पता हमें आतंकियों या कहीं से भी ऐसी कोई धमकी नहीं मिली है। उन्होंने यह जरुर माना कि उनकी बहन को हॉस्टल खाली करने का आदेश दिया गया था और इसी को लेकर उन्होंने मेनका गाँधी से पत्र लिख मदद मांगी थी।

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