कश्मीर में आतंकियों के हौसले बुलंद होते जा रहे हैं। दक्षिण कश्मीर के कुलगाम में शनिवार रात मारे गए आतंकी के समर्थकों ने साथी को दफनाने के दौरान हवा में गोलियां चलाकर सलामी दी। उन्होंने न सिर्फ एके-47 से सलामी दी, बल्कि पाकिस्तान का झंडा भी लहराया।
कुलगाम के कैमोह इलाके का निवासी फैयाज अहमद उर्फ सेठा हिजबुल मुजाहिदीन का आतंकी था। फैयाज अहमद पुलिस के साथ हुई मुठभेड में मारा गया था। उसके पास से हैंड ग्रैनेड और अन्य हथियार बरामद किए गए।
पुलिस ने बताया, ‘पिछले दो वर्षों से हिजबुल का यह आतंकी सक्रिय था और युवाओं को बरगलाने का प्रयास करता रहता था। वह आतंकियों की मदद करता था और उन्हें हथियार भी मुहैया कराता था।’
शनिवार रात कुलगाम में आतंकियो ने सुरक्षाबलों पर हमला कर दिया था, जिसमें दो स्थानीय नागरिकों समेत एक जवान शहीद हो गया। जवाबी कार्रवाई में फैयाज अहमद असवर उर्फ सेठा मारा गया।
सेठा पांच महीने पहले ही आतंकी संगठन लश्कर में शामिल हुआ था। वह लश्कर के लिए पांच साल से ओवर ग्राउंड वर्कर के रूप में काम कर रहा था। वह 2015 में उधमपुर के पास बीएसएफ काफिले पर आत्मघाती हमले के मास्टरमांइड अबु कासिम के करीबियों में एक था।
सेठा को सोमवार सुबह पैतृक कब्रिस्तान में दफनाया गया। बड़ी संख्या में शामिल हुए लोगों ने देश विरोधी नारे भी लगाए। इस दौरान चार स्थानीय आतंकी नजर आए, जिन्होंने फिरन पहन रखे थे। कुछ ही देर बाद ही चारों आतंकी जनाजे से निकल गए।