उत्तर प्रदेश प्राथमिक शिक्षा बोर्ड द्वारा आयोजित UPTET 2021 की परीक्षा पेपर लीक होने के कारण रद्द कर दी गई है। आज यह परीक्षा दो पारियों में आयोजित होने वाली थी। अब एक महीने के बाद इस परीक्षा को फिर से लिया जाएगा।
सरकार द्वारा परीक्षा रद्द किये जाने के फैसले के बाद समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष अखिलेश यादव ने यूपी शिक्षा में फैले भ्रष्टाचार पर कड़ी प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए ट्वीट किया है, ‘UPTET 2021 की परीक्षा का पेपर लीक होने की वजह से रद्द होना बीसों लाख बेरोज़गार अभ्यर्थियों के भविष्य के साथ खिलवाड़ है। भाजपा सरकार में पेपर लीक होना, परीक्षा व परिणाम रद्द होना आम बात है। उप्र शैक्षिक भ्रष्टाचार के चरम पर है। बेरोज़गारों का इंक़लाब होगा ~ बाइस में बदलाव होगा!’
जानकारी के मुताबिक इस परीक्षा को लगभग 21 लाख से ज्यादा परीक्षार्थी देने वाले थे। पेपर लीक के मामले में यूपी पुलिस ने कई लोगों को गिरफ्तार किया है। इस बार UPTET के लिए 19 लाख 99 हज़ार 418 अभ्यर्थियों ने आवेदन किया था।
इस मामले में यूपी के अपर पुलिस महानिदेशक कानून एवं व्यवस्था प्रशांत कुमार और ACS बेसिक शिक्षा दीपक कुमार ने संयुक्त प्रेस कांफ्रेंस करके बताया कि UPTET के पेपर लीक मामले में एसटीएफ ने 23 लोगों को गिरफ्तार किया है।
इसमें लखनऊ में 4, मेरठ में 3, वाराणसी और गोरखपुर से 2, कौशाम्बी से 1 औऱ प्रयागराज से 13 लोगों को पकड़ा गया है। एडीजी लॉ एंड ऑर्डर ने बताया कि UPTET का पेपर परीक्षा एजेंसी से ट्रेजरी के बीच लीक हुआ। इस पेपर लीक में यूपी के अलावा बिहार के अपराधी भी शामिल हैं।
प्रश्न पत्र व्हाट्सऐप के जरिये लीक किया गया था। यूपी के गाजियाबाद, बुलंदशहर और मथुरा सहित तमाम शहरों में व्हाट्सएप ग्रुप पर परीक्षा के पेपर वायरल हो रहे थे, जिसके बाद शासन को परीक्षा रद्द करनी पड़ी।
सरकार ने इस मामले में सख्ती दिखाते हुए परीक्षा आयोजित कराने वाली एजेंसी को ब्लैक लिस्ट कर दिया है। वहीं अब इस परीक्षा का आयोजन एक महीने के बाद फिर से होगा। हालांकि अभ्यर्थियों को इसके लिए फीस दोबारा नहीं देनी पड़ेगी।
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