Akasa Air ने मंगलवार को 72 बोइंग 737 मैक्स जेट हवाई जहाज के लिए ऑर्डर दिया है, जिसकी कीमत लगभग 9 बिलियन डॉलर है। इस डील से अमेरिकी ग्लोबल एयरोस्पेस कंपनी बोइंग (Boeing) की हालत में सुधार की उम्मीद है। भारत के वारेन बफेट कहे जाने वाले अरबपति निवेशक राकेश झुनझुनवाला (Rakesh Jhunjhunwala) घरेलू हवाई यात्रा की मांग को पूरा करने के लिए जेट एयरवेज के साथ मिलकर काम करेंगे।
क्या है Akasa
Akasa एक आगामी अल्ट्रा लो-कॉस्ट कैरियर, या यूएलसीसी (ULCC) है, जिसे शेयर बाजार निवेशक राकेश झुनझुनवाला द्वारा लॉन्च किया जा रहा है। उनकी एयरलाइन कंपनी में 40% हिस्सेदारी है। झुनझुनवाला ने अप्रैल 2022 तक एयरलाइन लॉन्च करने की योजना बनाई है। एयरलाइन चलाने के लिए जेट एयरवेज के पूर्व सीईओ विनय दूबे और इंडिगो के पूर्व अध्यक्ष आदित्य घोष जैसे विमानन उद्योग के दिग्गजों को शामिल किया है।
कैसा है भारत के एयरलाइन क्षेत्र का आकार
वर्तमान में इंटरग्लोब एविएशन लिमिटेड द्वारा संचालित बजट एयरलाइन इंडिगो घरेलू यात्री बाजार में 54% से अधिक बाजार हिस्सेदारी के साथ भारत की सबसे बड़ी एयरलाइन है। इसके बाद राज्य के स्वामित्व वाली एयर इंडिया, स्पाइसजेट, गोएयर, विस्तारा और एयरएशिया इंडिया हैं। गोएयर ने अपनी आरंभिक सार्वजनिक पेशकश के लिए कागजात दाखिल किए हैं, हाल ही में खुद को रीब्रांड किया और यूएलसीसी बनने के लिए अपने बिजनेस मॉडल को सुधारने की योजना बनाई है।
बड़े पैमाने पर नुकसान के कारण ऋण बढ़ता जा रहा है, जिसके कारण अधिकांश एयरलाइनों के पास रिकैपिटलाइजेशन के बहुत सीमित साधन हैं। भारत सरकार लगभग कोई प्रत्यक्ष सहायता प्रदान नहीं कर रही है। उधारदाताओं ने कुल मिलाकर एयरलाइनों के लिए अपने दरवाजे बंद कर दिए हैं, यहां तक कि पुनर्गठन के लिए भी सहयोग करने के लिए तैयार नहीं हैं। कोरोना महामारी के दौरान एयरलाइंस एक उच्च लागत वाले वातावरण में चले गए। हालांकि अब स्थिति सुधर रही है।
नए खिलाड़ियों के लिए स्कोप
2019 में जेट एयरवेज के बंद होने और एयर इंडिया के संभावित विनिवेश और अन्य मौजूदा निवेशकों के कमजोर स्थिति के कारण एयरलाइन उद्योग दिक्कतों को सामना कर रहा है, लेकिन टीकाकरण की रफ्तार बढ़ने के साथ ही माना जा रहा है कि इस क्षेत्र में फिर से उछाल आएगा।
क्या है यूएलसीसी मॉडल
यूएलसीसी एयरलाइन बिजनेस मॉडल परिचालन लागत को कम रखने पर ध्यान केंद्रित करती है। कम लागत वाले मॉडल में एयरलाइंस कुछ सुविधाओं को अलग करती हैं, जैसे सीट चयन, भोजन और पेय पदार्थ वगैरह। अल्ट्रा लो-कॉस्ट मॉडल में सेवाओं को और भी कम किया जाता है, जैसे चेक-इन बैगेज, केबिन बैगेज में। परंपरागत रूप से एलसीसी काफी कम किराए पर न्यूनतम लागत के साथ काम करते हैं।
भारत में किस से होगा अकासा का मुकाबला
यूएलसीसी होने के नाते अकासा मार्केट लीडर इंडिगो से मुकाबला कर सकती है। हालांकि महामारी के दौरान भारी नुकसान के बावजूद इंडिगो मजबूत स्थिति में है।
इसे भी पढ़ें:
Akasa Air ने 9 बिलियन डॉलर कीमत के 737 मैक्स जेट हवाई जहाज के लिए दिया ऑर्डर
एक छोटी सी Savings बुढ़ापे में देगी बड़ी राहत, जानिए यहां 6 Pension Schemes के बारे में