Farmer’s Movement को आज उस समय फिर से बड़ा धक्का लगा, जब दिल्ली से सटे हरियाणा के सोनीपत स्थित सिंघु बॉर्डर पर एक और किसान ने आत्महत्या कर ली।
जानकारी के मुताबिक पंजाब के फतेहगढ़ साहिब निवासी गुरप्रीत सिंह का शव फांसी के फंदे से लटका हुआ मिला। गुरप्रीत किसान आंदोलन का हिस्सा थे और प्रदर्शन में भाग ले रहे थे।
किसान आंदोलन में कई किसानों की मौत हो चुकी है
मोदी सरकार के कृषि कानूनों के खिलाफ पिछले एक साल से चल रहे किसान आंदोलन में विभिन्न घटनाओं में कई किसानों की मौत हो चुकी है।
खबरों के मुताबिक मृतक किसान गुरप्रीत सिंह पंजाब के फतेहगढ़ साहिब स्थित अमरोह तहसील के रुड़की गांव का निवासी है और वह भारतीय किसान यूनियन (भाकियू) के सिद्धपुर इकाई से जुड़ा हुआ है।
पुलिस ने शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया है
गुरप्रीत सिंह की मौत के बाद सवाल उठ रहा है कि उसने आत्महत्या की है या फिर उसकी हत्या की गई है। मौके पर सूचना पाकर कुंडली थाने की पुलिस घटनास्थल पर पहुंच चुकी है। शव को कब्जे में लेकर पुलिस ने पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया है और मामले की पड़ताल में जुट गई है।
गौरतलब है कि तीन कृषि कानूनों के खिलाफ किसानों के आंदोलन को करीब 1 साल पूरे होने वाले है। वहीं मोदी सरकार से सहानभूति न मिलता हुआ देख किसान संगठन आगामी 29 नवंबर से शुरू होने वाले संसद के शीतकालीन सत्र के दौरान ट्रैक्टर रैली निकालने का फैसला किया है।
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