राष्ट्रीय चिकित्सा आयोग (एनएमसी) के अध्यक्ष डॉ. अभिजात शेठ ने बताया कि इस साल 41 नए मेडिकल कॉलेजों को मंजूरी दी गई है, जिससे देश में कुल चिकित्सा संस्थानों की संख्या 816 हो गई है।
उन्होंने कहा कि सीटों की यह वृद्धि भारत में चिकित्सा शिक्षा की उपलब्धता और गुणवत्ता बढ़ाने की दिशा में एक ऐतिहासिक कदम है।
कुल एमबीबीएस सीटें बढ़कर 1.37 लाख हुईं
डॉ. शेठ ने बताया कि 10,650 नई सीटों की मंजूरी के बाद अब देशभर में एमबीबीएस सीटों की कुल संख्या 1,37,600 हो गई है। इसमें राष्ट्रीय महत्व के संस्थानों (INIs) की सीटें भी शामिल हैं।
पीजी पाठ्यक्रमों में भी होगी बड़ी बढ़ोतरी
एनएमसी को इस वर्ष 3,500 से अधिक नए और नवीनीकृत पीजी सीटों के लिए आवेदन मिले हैं।
डॉ. शेठ ने कहा कि आयोग को लगभग 5,000 नई पीजी सीटों की मंजूरी मिलने की उम्मीद है, जिससे देशभर में कुल स्नातकोत्तर (PG) सीटें 67,000 के करीब पहुँच जाएंगी। इस तरह यूजी और पीजी दोनों स्तरों पर करीब 15,000 सीटों की वृद्धि होने जा रही है।
प्रक्रिया समयसीमा के भीतर पूरी होगी
हालांकि अंतिम अनुमोदन और परामर्श प्रक्रिया में कुछ देरी हुई है, लेकिन अधिकारियों ने भरोसा जताया है कि यह कार्य निर्धारित समयसीमा के भीतर पूरा कर लिया जाएगा।
आगामी शैक्षणिक वर्ष के लिए मान्यता, परीक्षाओं और सीट मैट्रिक्स अनुमोदन का पूरा खाका जल्द जारी किया जाएगा, जबकि 2025-26 सत्र के आवेदनों के लिए पोर्टल नवंबर की शुरुआत में खोला जाएगा।
एमएआरबी की पारदर्शी प्रक्रिया पर जोर
डॉ. शेठ ने यह भी बताया कि इस वर्ष हाल के इतिहास में पहली बार ऐसा हुआ है कि मेडिकल असेसमेंट एंड रेटिंग बोर्ड (MARB) के फैसलों के खिलाफ दायर सभी अपीलों का निपटारा बिना किसी अदालती हस्तक्षेप के किया गया, जो पारदर्शिता और दक्षता की दिशा में एक महत्वपूर्ण उपलब्धि है।
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