Happy Birthday Pujara: भारतीय क्रिकेट टीम के दिग्गज टेस्ट बल्लेबाज चेतेश्वर पुजारा आज अपना 37वां जन्मदिन मना रहे हैं। 25 जनवरी, 1988 को गुजरात के राजकोट में जन्मे पुजारा ने कम उम्र में क्रिकेट में अपनी पहचान बना ली थी। मात्र 22 साल की उम्र में भारत के लिए अपना पहला अंतरराष्ट्रीय मैच खेलने वाले पुजारा ने टेस्ट क्रिकेट में खुद को टीम की ‘दीवार’ के रूप में स्थापित किया। अपने धैर्यशील खेल के प्रदर्शन के लिए उनकी तुलना भारत के दिग्गज खिलाड़ी और पूर्व कप्तान राहुल द्रविड़ (Rahul Dravid) से अक्सर की जाती रही है। आइए पुजारा के अंतर्राष्ट्रीय क्रिकेट करियर पर को थोड़ा नजदीक से देखते हैं।
पुजारा हैं भारतीय टेस्ट टीम की ‘दीवार’ 2.0 !
चेतेश्वर पुजारा की साल 2017 में ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ टेस्ट पारी (IND VS AUS, 3rd Test, Ranchi, March 16 – 20, 2017, Australia tour of India) भारतीय क्रिकेट इतिहास की बेहतरीन पारियों में शुमार है। पहली इनिंग में बल्लेबाजी करते हुए पुजारा ने 525 गेंदों का सामना कर नया रिकॉर्ड बनाया, जो किसी भारतीय बल्लेबाज द्वारा अन्तराष्ट्रीय टेस्ट में सर्वाधिक गेंद खेलने का है। बता दें कि इससे पहले यह रिकॉर्ड राहुल द्रविड़ के नाम था, जिन्होंने 2004 में रावलपिंडी में 270 रन की अपनी पारी के दौरान 495 गेंदों का सामना किया था। पुजारा का यह कारनामा उनकी धैर्यपूर्ण बल्लेबाजी का प्रतीक है। इसलिए क्रिकेट प्रेमी पुजारा को द्रविड़ का उत्तराधिकारी कहते हैं।
पुजारा ने भी कई टेस्ट मुकाबलों में भारतीय बैटिंग लाइनअप के लिए दीवार का काम किया है। इसलिए उन्हें कई बार फैंस द्वारा ‘द वॉल’ 2.0 भी कहा जाता है।
शानदार आंकड़े और धैर्यपूर्ण बल्लेबाजी
पुजारा ने भारतीय क्रिकेट को कई यादगार पारियां दी हैं। अपने करियर में अब तक उन्होंने 103 टेस्ट मैचों में 43.60 की औसत से 7195 रन बनाए हैं। उनके नाम 19 शतक और 35 अर्धशतक दर्ज हैं। पुजारा ने वनडे क्रिकेट में भी भारत का प्रतिनिधित्व किया है लेकिन वह इस फॉर्मेट में ज्यादा सफल नहीं रहे। उन्होंने भारत के लिए सिर्फ 5 वनडे मैच खेले और 51 रन बनाए।
पुजारा ने कई टेस्ट मैचों में भारत की बैटिंग लाइनअप को संभालने का काम किया है। उनकी तकनीक, धैर्य और दृढ़ता ने उन्हें टेस्ट क्रिकेट में भारतीय टीम का एक महत्वपूर्ण हिस्सा बनाया। हालांकि, हाल के वर्षों में टीम में उनकी जगह को लेकर सवाल उठे हैं, लेकिन उन्होंने घरेलू क्रिकेट में शानदार प्रदर्शन के जरिए वापसी की उम्मीदें बनाए रखी हैं।
अभी भी जारी है संघर्ष
चेतेश्वर पुजारा ने हाल ही में घरेलू क्रिकेट में बेहतरीन प्रदर्शन किया है। सौराष्ट्र की ओर से खेलते हुए उन्होंने पिछले वर्ष अक्टूबर, 2024 में छत्तीसगढ़ के खिलाफ रणजी ट्रॉफी (2024-25) उन्होंने दोहरा शतक भी जड़ा था। अब उनका लक्ष्य इंग्लैंड के खिलाफ आगामी टेस्ट सीरीज में वापसी करना है। उनका सफर इस बात का प्रतीक है कि कड़ी मेहनत और धैर्य से बड़ी से बड़ी चुनौती को पार किया जा सकता है।