महिलाओं के कोच में चढ़ने वाले पुरुषों की अब खैर नहीं, DMRC ने जारी किए नए नियम

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महिला कोच में चढ़ने पर लगेगा जुर्माना
महिला कोच में चढ़ने पर लगेगा जुर्माना

दिल्ली मेट्रो में सफर करना अब पुरुष यात्रियों के लिए थोड़ा सावधानी भरा हो गया है, खासकर उन लोगों के लिए जो जल्दबाजी या गलती से महिलाओं के लिए आरक्षित कोच में चढ़ जाते हैं। DMRC ने महिलाओं की सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए नए सख्त नियम लागू किए हैं, जिनका पालन न करने पर जुर्माना भरना पड़ेगा। दिल्ली मेट्रो के ट्रेन के पहले डिब्बे को महिलाओं के लिए आरक्षित किया गया है। इसमें केवल महिलाएं ही यात्रा कर सकती हैं। मेट्रो के प्लेटफॉर्म पर हर जगह ये साफ लिखा भी रहता है कि “महिलाओं का डिब्बा” और बार-बार घोषणा भी की जाती है। इसके बावजूद कई पुरुष जल्दबाजी, अनजाने में या फिर जानबूझकर इस कोच में चढ़ जाते हैं। इन सबके चलते अब दिल्ली मेट्रो ने इस मामले में सख्ती बढ़ा दी है।

जानते हैं दिल्ली मेट्रो के नए नियम क्या हैं?

नए नियम के अनुसार, अगर कोई पुरुष मेट्रो में महिला कोच में यात्रा करते हुए पाया जाता है तो उसपर 250 रुपया तक का फाइन लगाया जा सकता है। मंगलवार को जांच अभियान के दौरान महिला कोचों में 32 लोग पकड़े गए, जिनपर दिल्ली मेट्रो (ओएंडएम) अधिनियम के तहत 250-250 रुपये का जुर्माना लगाया गया।

DMRC ने कहा नियम नहीं माने तो हो सकती है पुलिस कार्रवाई….

DMRC ने महिला कोच में गैरकानूनी प्रवेश करने वाले पुरुषों पर 250 रुपये का जुर्माना लगाना शुरू कर दिया है। फ्लाइंग स्क्वाड द्वारा औचक निरीक्षण करते हुए नियम तोड़ने वालों पर कार्रवाई की जा रही है। डीएमआरसी ने मेट्रो की सभी लाइनों पर नए अभियान की शुरुआत की है। इसी के चलते मंगलवार को महिला कोच में यात्रा करने वाले 32 पुरुषों को पकड़ा गया साथ ही उनपर फाइन भी किया गया। मेट्रो उड़न दस्ते से मिली जानकारी के अनुसार, पहले दिन 108 पुरुष यात्रियों को समझा-बुझाकर महिला कोच से बाहर निकाला गया। DMRC ने कहा है कि जो लोग जुर्माना देने से इनकार करेंगे, उन्हें मेट्रो से उतारकर मेट्रो पुलिस को सौंप दिया जाएगा।

DMRC के प्रिंसिपल एग्जीक्यूटिव डायरेक्टर अनुज दयाल ने बताया कि, यह कदम महिलाओं की सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए उठाया गया है। नियमों की अवहेलना करने वालों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी।

फ्लाइंग स्क्वाड की टीम करेगी निगरानी

दिल्ली मेट्रो ने इस सख्ती को लागू करने के लिए 10 फ्लाइंग स्क्वाड की टीमें तैनात की हैं। इन टीमों में CISF, दिल्ली मेट्रो रेल पुलिस (DMRP), और दिल्ली मेट्रो रेल निगम (DMRC) के कर्मचारी शामिल हैं। ये स्क्वाड मेट्रो की सभी लाइनों पर दिनभर निरीक्षण कर रहे हैं ताकि यह सुनिश्चित किया जा सके कि पुरुषों द्वारा महिला कोच में कोई गैरकानूनी प्रवेश न हो।

महिलाओं के लिए 24×7 हेल्पलाइन

महिला यात्रियों की सुरक्षा के लिए DMRC ने 24×7 हेल्पलाइन नंबर 155370 भी जारी किया है। इस हेल्पलाइन पर महिलाएं किसी भी तरह की परेशानी या दुर्व्यवहार की शिकायत कर सकती हैं। DMRC का उद्देश्य मेट्रो को महिलाओं के लिए एक सुरक्षित और आरामदायक यात्रा का माध्यम बनाना है।

क्यों जरूरी है यह सख्ती?

दिल्ली मेट्रो में महिलाओं के लिए सुरक्षित यात्रा का अनुभव सुनिश्चित करना सबसे बड़ी प्राथमिकता है। महिला कोच में पुरुषों के चढ़ने से कई बार महिलाएं असहज महसूस करती हैं। DMRC का यह कदम इसलिए जरूरी है ताकि सभी यात्री, खासकर महिलाएं, मेट्रो में सुरक्षित महसूस करें और उनका सफर सुगम हो।

इसलिए, अगर आप दिल्ली मेट्रो में सफर करते हैं, तो इन नियमों का पालन जरूर करें। मेट्रो की यात्रा को सभी के लिए सुरक्षित और आरामदायक बनाने के लिए यह जरूरी है कि हम सभी नियमों का पालन करें और महिला यात्रियों का सम्मान करें।