दुनिया की सबसे वजनी महिला ईमान अहमद की अबू धाबी के बुर्जील अस्पताल में मौत हो गई। डाक्टरों के अनुसार ईमान की मौत किडनी के काम बंद कर देने और दिल संबंधी बीमारियों के कारण हुई। ईमान ने एक सप्ताह पहले ही अपना 37वां जन्मदिन मनाया था। वह काफी दिनों से इस अस्पताल में भर्ती थीं और उनका इलाज चल रहा था।
आपको बता दें कि एक समय इमान का वजन 500 किलो था और उन्हें दुनिया की सबसे वजनी महिला माना गया था। वह पिछले साल इलाज कराने भारत आई थी, जहां मुंबई के एक अस्पताल में सर्जरी के द्वारा उनका लगभग 300 किलो तक वजन कम हो गया था। इमान को एयरलिफ्ट कर लाया गया था और उन्हें प्लेन से उतारने के लिए क्रेन का सहारा लेना पड़ा था। उन्हें क्रेन से उतार कर ट्रक में रखा गया था और उसी से उसे हॉस्पिटल तक पहुंचाया गया था।
हालांकि इमाम की बहन शाइमा सेलीम ने सोशल मीडिया पर आरोप लगाया था कि अस्पताल ने उनका इलाज ठीक तरीके से नहीं किया गया और इस वजह से उनकी हालत और बिगड़ गई।
वहीं अस्पताल के लोगों ने इन आरोपों से इंकार किया था और सोशल मीडिया पर एक वीडियो भी जारी किया था जिसमें बताया गया था कि इमान उम्मीद से तीन गुना अधिक तेजी से ठीक हो रही हैं। अस्पताल के डॉक्टरों ने दावा कि किया था कि इलाज के बाद ईमान खुद से खाना खा लेती हैं और इलेक्ट्रिक व्हील चेयर से भी चल लेती हैं।
कई बीमारियों से थी पीड़ित
मिस्त्र की रहने वाली ईमान का वजन 11 साल की उम्र में अचानक तेजी से बढ़ने लगा था। इसकी वजह से वह डायबिटीज, किडनी डिस्ऑर्डर, हाइपरटेंशन, थाइरॉयड, वाटर रिटेंशन, ऑब्स्ट्रक्टिव और फेफड़ों की बीमारी से पीड़ित थीं। उन्हें नींद की भी समस्या थी और भारत आने से पहले वो सिर्फ एक घंटे ही सो पाती थीं।
वह 25 साल से बिस्तर पर थी, जिसके कारण उनके पैरों की मांसपेशियां काफी कमजोर हो गई थीं। डॉक्टर्स ने कुछ महीने पहले ही कहा था कि अगर ईमान का वजन कम नहीं हुआ तो उनका जीवन भी खतरे में पड़ सकता है। आज डॉक्टरों की बात सच हो गई और ईमान इस दुनिया से विदा हो गई।