Ukrain-Russia Confict : रूस और यूक्रेन के बीच बढ़ते विवाद को ध्यान में रखते हुए भारतीय दूतावास भी सतर्क हो गया है। राजधानी कीव स्थित दूतावास से जारी सकुर्लर के जरिये भारतीय लोगों को विशेष रूप से उन छात्रों को जिनका रूकना जरूरी नहीं, उन्हें यूक्रेन को अस्थायी रूप से छोड़ने के लिए कह दिया है। गौरतलब है कि इससे पूर्व अमेरिका ने भी अपने नागरिकों को जल्द से जल्द यूक्रेन छोड़ने का संदेश जारी कर दिया था। अमेरिका के रक्षा मंत्री एंटनी ब्लिंकन ने कहा था कि हम कीव से अपने दूतावास को ल्वीव में अस्थायी से स्थानांतरित कर रहे हैं।

Ukrain-Russia Confict : विवाद का असर दिख सकता है कारोबार पर
यूक्रेन और भारत के बीच अच्छे कारोबारी संबंध हैं। इसी क्रम में दोनों के बीच आयात और निर्यात भी होता है। यूक्रेन भारत को खाने वाले तेल, खाद समेत न्यूक्लियर रिएक्टर और बॉयलर जैसी जरूरी मशीनरी निर्यात करता है । जानकारी के अनुसार वर्ष 2020 में यूक्रेन ने भारत को 1.97 बिलियन डॉलर का निर्यात किया, जबकि भारत ने यूक्रेन को 721.54 मिलियन डॉलर का निर्यात किया था। ऐसे में अगर यहां पर युद्ध छिड़ता है, तो भारत की अर्थव्यवस्था पर भी असर पड़ सकता है।
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