डोनाल्ड ट्रंप ने जब से अमेरिका के राष्ट्रपति का पद संभाला है तब से उन्होंने एक के बाद एक कई ऐसे निर्णय लिए हैं जिसने पूरे विश्व को चौंका दिया है। ऐसा ही एक और निर्णय लेकर डोनाल्ड ट्रंप ने फिर से सुर्खियां बटोरी है। इस बार उन्होंने अपना व्यक्तिगत फोन नंबर दुनिया के अनेक नेताओं से साझा किया है और उनसे कहा है कि वे सीधे उनसे बात कर सकते हैं। हालांकि सुनने में यह एक आम सी बात लगती है क्योंकि दुनिया के बड़े-बड़े नेताओं का आपस में फोन पर बात करना कोई बड़ी बात नहीं है लेकिन किसी बड़े देश के राष्ट्रपति का ऐसे खुलेआम अपना मोबाइल नंबर बांटना राजनयिक प्रोटोकाल का उल्लंघन है।
ट्रंप के इस कदम से अमेरिका के कमांडर इन चीफ के मन में सुरक्षा और गोपनीयता की चिंताएं पैदा हो रही हैं। इससे अमेरिकी राष्ट्रपति ट्रंप की सुरक्षा और विदेशी नेताओं के साथ बातचीत की गोपनीयता को लेकर चिंता बढ़ गई है। अमेरिका के मौजूदा और पूर्व अधिकारियों ने बताया है कि अभी तक ट्रंप के इस ऑफर का लाभ कनाडा के प्रधानमंत्री ने ही उठाया है। कनाडा के प्रधानमंत्री जस्टिन त्रूदो ने ट्रंप की इस पेशकश का लाभ उठाया है और प्रोटोकॉल तोड़कर सीधे कॉल किया है।
ट्रंप ने कनाडा के अलावा मैक्सिको और फ्रांस के नए और युवा राष्ट्रपति इमैनुएल मैक्रों से भी मोबाइल नंबर की अदला-बदली की है। हालांकि इमैनुएल मैक्रों से ट्रंप ने एक महीने पहले ही अपना नंबर साझा कर लिया था। इमैनुएल के राष्ट्रपति चुनाव जीतने के बाद दोनों नेताओं के बीच मुलाकात हुई थी, तभी दोनों ने एक-दूसरे का मोबाइल नंबर लिया। हालांकि अभी तक ट्रंप के इस कदम पर इमैनुएल का रुख साफ नहीं हो पाया है कि वो ट्रंप से प्रोटोकॉल तोड़कर फोन पर बात करने के इच्छुक हैं या नहीं?