न्यूयॉर्क में आयोजित संयुक्त राष्ट्र महासभा में आज परमाणु कार्यक्रम पर चर्चा की गई। इसके दौरान भारतीय विदेश मंत्री सुषमा स्वराज ने उत्तर कोरिया की रणनीति की निंदा करते हुए पाकिस्तान पर निशाना साधा। उन्होंने कहा कि उत्तर कोरिया को परमाणु समृद्ध बनाने में पाकिस्तान का बड़ा हाथ है । विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता ने कहा कि विदेश मंत्री ने उत्तर कोरिया की निंदा की और कहा कि इसके प्रसार के संबंधो की जांच होनी चाहिए । इसके अलावा जो इसमें शामिल है उन्हें जवाबदेह ठहराया जाना चाहिए।
हाल ही उत्तर कोरिया ने कई मिसाइल परीक्षण किए, जिससे कोरियाई प्रायद्वीप में तनाव बढ़ गया है। उन्होंने अमेरिका और जापान के विदेश मंत्रियों के साथ वार्ता के दौरान उत्तर कोरिया के उकसावेपूर्ण कार्रवाई की तीखी आलोचना की। इस आलोचना के बाद भारत ने पाकिस्तान पर एक बार फिर करारा प्रहार किया है। अगर इस बात की जांच तह तक होगी तो जाहिर है पाकिस्तान की मुश्किलें बढ़ सकती है।
पाकिस्तान और उत्तर कोरिया संबंध
दरअसल उत्तर कोरिया और पाकिस्तान के बीत संबंध लंबे समय से चल रहा है। जिसकी शुरुआत 1980 के दशक से हुई थी। इसके बाद परवेज मुशर्रफ के शासन में दोनों के बीच कई बार हथियारों की लेन-देन हुआ था। 20वी सदी के अंतिम दशक में जब पाकिस्तान में परमाणु हथियार बनाने का काम जोरों पर था, तब उसके उत्तर कोरिया से सम्बन्ध और गहरे बने।
इसके बाद अमेरिकी प्रशासन को सीआईए के इनपुट से पाकिस्तान और उत्तर कोरिया के बीच परमाणु संबंधो की जानकारी हुई। बता दें पाकिस्तान में मिसाइल प्रोग्राम के जनक डॉक्टर अब्दुल कादिर ने वर्ष 2004 में माना था कि उन्होंने उत्तर कोरिया के परमाणु कार्यक्रम में मदद की है। जिसके बाद परमाणु तकनीकों की सप्लाई पर रोक लगा दी गयी थी। लेकिन तब तक उत्तर कोरिया को जरूरी मदद मिल चुकी थी। इसके बाद उत्तर कोरिया ने एक दशक के भीतर अपने आप को दुनिया की सबसे बड़ी परमाणु शक्तियों में शामिल कर लिया।
सारांश – न्यूयॉर्क में आयोजित संयुक्त राष्ट्र महासभा में आज परमाणु कार्यक्रम पर चर्चा की गई। चर्चा में भारतीय विदेश मंत्री सुषमा स्वराज ने पाकिस्तान पर निशाना साधते हुए कहा, उत्तर कोरिया से इसके परमाणु संबंध हैं। इसके अलावा उन्होंने उत्तर कोरिया की रणनीति की निंदा की।