पाकिस्तान ने भारत को युद्ध की धमकियां देना जारी रखा है। इस बार पाकिस्तानी नेता बिलावल भुट्टो ने 22 अप्रैल को पहलगाम आतंकी हमले के बाद ‘ऑपरेशन सिंदूर’ और दशकों पुरानी सिंधु जल संधि को निलंबित करने पर भारत को चेतावनी दी। पाकिस्तान के पूर्व विदेश मंत्री ने आरोप लगाया कि भारत ने पाकिस्तान को “गंभीर क्षति” पहुंचाई है और सभी पाकिस्तानियों से प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के खिलाफ “एकजुट” होने की अपील की।
भुट्टो ने सोमवार को सिंध सरकार के संस्कृति विभाग द्वारा आयोजित एक कार्यक्रम में कहा, “भारतीय सरकार की कार्रवाइयों ने, नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में, पाकिस्तान को गंभीर क्षति पहुंचाई है। यह जरूरी है कि हम एकजुट होकर प्रधानमंत्री मोदी और इन आक्रामक नीतियों के खिलाफ खड़े हों।” उन्होंने चेतावनी दी कि अगर भारत सिंधु जल संधि को निलंबित करना जारी रखता है, तो पाकिस्तान के पास “युद्ध पर विचार करने के अलावा कोई विकल्प नहीं बचेगा।”
उन्होंने कहा, “आप लोग (पाकिस्तानी) इतने मजबूत हैं कि युद्ध कर सभी छह नदियां वापस ले सकते हैं। अगर भारत इस रास्ते पर चलता रहा, तो हमारे पास अपने राष्ट्रीय हितों की रक्षा के लिए युद्ध सहित सभी विकल्पों पर विचार करने के अलावा कोई विकल्प नहीं होगा।”
भुट्टो ने कहा, “हमने युद्ध शुरू नहीं किया। लेकिन अगर आप ‘सिंदूर’ जैसे हमले करने के बारे में सोचते हैं, तो यह जान लें कि पाकिस्तान के हर प्रांत का हर व्यक्ति आपसे लड़ने के लिए तैयार है — और यह ऐसा युद्ध होगा, जिसमें आप निश्चित रूप से हारेंगे। हम झुकेंगे नहीं।” भुट्टो की यह धमकी ऐसे समय पर आई है, जब एक दिन पहले ही पाकिस्तानी सेना प्रमुख असीम मुनीर ने परमाणु युद्ध की धमकी दी थी और कहा था कि यदि भविष्य में भारत के साथ युद्ध में पाकिस्तान को अस्तित्व का खतरा हुआ, तो वह “आधे विश्व को तबाह” कर देगा।
मुनीर ने कहा, “हम एक परमाणु राष्ट्र हैं। अगर हमें लगे कि हम डूब रहे हैं, तो हम आधी दुनिया को अपने साथ डुबो देंगे।” उन्होंने यह भी धमकी दी कि सिंधु नदी पर भारत द्वारा बनाई जाने वाली किसी भी संरचना को नष्ट कर देंगे, जो पाकिस्तान की जल आपूर्ति को बाधित कर सकती है। उन्होंने कहा, “हमारे पास मिसाइलों की कोई कमी नहीं है। हम इंतजार करेंगे कि भारत बांध बनाए, और जैसे ही वह ऐसा करेगा, हम 10 मिसाइलें दागकर उसे नष्ट कर देंगे। सिंधु नदी भारतीयों की पारिवारिक संपत्ति नहीं है।” पाकिस्तानी सेना प्रमुख ने दावा किया कि सिंधु जल संधि को निलंबित करने से 25 करोड़ लोग भुखमरी के कगार पर पहुंच सकते हैं।
असीम मुनीर को भारत का कड़ा जवाब
भारत ने मुनीर की परमाणु युद्ध की धमकी की कड़ी निंदा करते हुए कहा कि परमाणु युद्ध की धमकी देना पाकिस्तान की “पुरानी आदत” है। विदेश मंत्रालय ने एक बयान में यह भी खेद व्यक्त किया कि ये टिप्पणियां एक मित्रवत तीसरे देश की धरती से की गईं।
मंत्रालय ने कहा, “अंतरराष्ट्रीय समुदाय इन टिप्पणियों में निहित गैर-जिम्मेदारी को आसानी से समझ सकता है, जो एक ऐसे राज्य में परमाणु कमान और नियंत्रण की विश्वसनीयता पर संदेह को और मजबूत करता है, जहां सेना आतंकवादी समूहों के साथ मिलीभगत में है।” भारत ने यह भी दोहराया कि वह “परमाणु ब्लैकमेल” के आगे नहीं झुकेगा और राष्ट्रीय सुरक्षा की रक्षा के लिए आवश्यक सभी कदम उठाता रहेगा।