पड़ोसी मुल्क पाकिस्तान के सिंध प्रांत में स्थित सिद्धी विनायक मंदिर पर हमला को लेकर बवाल मचा हुआ है। वहां की सुप्रीम कोर्ट ने इमरान सरकार को जमकर फटकार लगाई है। वहीं सुप्रीम कोर्ट ने उस बच्चे को सुरक्षा मुहैया कराने का आदेश दिया है जिसके मदरसे में पानी पीने पर यह पूरा वाक्या हुआ है।
बच्चे की एक तस्वीर भी सोशल मीडिया पर वायरल हो रही है जिसमें वह सुरक्षा कर्मियों के साथ खड़ा है। बता दें कि बुधवार को पाकिस्तान के रहीमयार खान के भोंग शरीफ में सिद्धी विनायक मंदिर पर भीड़ ने हमला कर दिया था।
पाकिस्तानी मीडिया से मिली खबर के अनुसार इस घटना से पहले 8 साल का एक बच्चा पानी पीने एक मदरसे में चला गया था जहां उसकी पिटाई कर दी गई और उल्टे उस मदरसे के मौलवी ने उस बच्चे के खिलाफ मुकदमा दर्ज करवा दिया था।
इस मामले में वहां की पुलिस ने यह नहीं देखा कि मुकदमा झेलने वाला बच्चा महज 8 साल का है। पुलिस ने बिना सोचे समझे उस जेल में बंद कर दिया। जब उसे कोर्ट में पेश किया गया तो जज ने पुलिस वालों को जमकर फटकार लगाई और बच्चे को रिहा करने का आदेश दिया।
यह बात वहां के कुछ कट्टरपंथियों को पसंद नहीं आई। पूरी भीड़ के साथ हिंदू मंदिर पर जमकर हमला बोल दिया। देवी देवताओँ की मुर्तियों को छती पहुंचाई।
इलाके में रहने वाले हिंदू परिवार बहुत डरे हुए हैं। हिंसा वाले इलाके में 100 हिंदू परिवार रहते हैं सभी के भीतर डर बैठ गया है। हालात यह है कि इस घटना के 40 घंटे से ज्यादा का वक्त गुजर जाने के बाद और इस मामले में पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान खान, मुख्य न्यायाधीश गुलजार अहमद, गृह मंत्री शेख राशिद के आदेश के बाद भी कुछ नहीं हुआ है।
बता दें कि पाकिस्तान की कुल जनसंख्या 223,275,135 करोड़ है। इसमें 44.45 मिलियन अल्पसंख्यक हिंदू रहते हैं। यहां पर हिंदुओं की हिस्सेदारी सिर्फ 2.1 फीसदी है। यही मुख्य कारण है कि हिंदू पाकिस्तान में हिंसा का शिकार बनते हैं।
घटना को लेकर 150 लोगों पर एफआईआर हुई है। उसमें से अब तक किसी की भी गिरफ्तारी नहीं हुई है और न ही उन पर कोई कार्रवाई हुई है, जबकि मंदिर तोड़-फोड़ करने वाले गुंडे वायरल वीडियो में साफ-साफ दिखाई दे रहे हैं।
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