नेपाल में आज कैबिनेट विस्तार, अंतरिम प्रधानमंत्री सुशीला कार्की ने संभाला कार्यभार; चीन ने कहा – नेपाल के साथ हमारी सदाबहार मित्रता…

0
0

NEPAL: नेपाल इन दिनों राजनीतिक और सामाजिक उथल-पुथल से गुजर रहा है। राजधानी काठमांडू समेत कई हिस्सों में हुए हिंसक प्रदर्शनों और तोड़फोड़ के बाद हालात धीरे-धीरे सामान्य हो रहे हैं। इस बीच, अंतरिम प्रधानमंत्री सुशीला कार्की आज औपचारिक रूप से कार्यभार संभालेंगी।

सुशीला कार्की ने रविवार सुबह 11 बजे सिंहदरबार स्थित अपने नए कार्यालय में प्रधानमंत्री का कार्यभार संभाला। माना जा रहा है कि इसी दौरान अंतरिम सरकार के कैबिनेट विस्तार का भी ऐलान किया जा सकता है। सूत्रों के अनुसार, कैबिनेट गठन और मंत्रियों की सूची को लेकर कार्की ने शनिवार को दिनभर Gen Z आंदोलन के नेताओं और विभिन्न दलों के प्रतिनिधियों के साथ लंबी चर्चा की।

हिंसा से बुरी तरह प्रभावित हुआ नेपाल

Gen Z प्रदर्शनकारियों के विरोध ने नेपाल को गहरे संकट में धकेल दिया। राजधानी समेत कई क्षेत्रों में आगजनी और सरकारी संपत्तियों को नुकसान पहुंचाया गया। नए नेतृत्व के सामने कानून-व्यवस्था को मजबूत करना और देश की बिगड़ी आर्थिक स्थिति को पटरी पर लाना बड़ी चुनौती है।

पूर्व प्रधानमंत्री ओली पर FIR

राजनीतिक घटनाक्रम के बीच पूर्व प्रधानमंत्री केपी शर्मा ओली मुश्किलों में फंस गए हैं। उनके खिलाफ शनिवार को FIR दर्ज कराई गई। यह शिकायत नेपाली कांग्रेस के सांसद अभिषेक प्रताप शाह ने दर्ज कराई। गौरतलब है कि आंदोलन के दौरान ओली समेत तत्कालीन मंत्रियों और कई दलों के शीर्ष नेताओं को नेपाली सेना ने हिरासत में लिया था। हालांकि अब सेना ने इन नेताओं की रिहाई शुरू कर दी है।

संसद भंग का विरोध

नेपाल के राजनीतिक संकट को और गहरा बनाते हुए प्रतिनिधि सभा को भंग करने के राष्ट्रपति रामचंद्र पौडेल के फैसले पर आठ दलों ने कड़ा विरोध जताया है। कार्की की सिफारिश पर शुक्रवार को यह फैसला लिया गया था।

विरोध करने वाले दलों में शामिल हैं:

  • नेपाली कांग्रेस
  • सीपीएन-यूएमएल
  • सीपीएन-माओवादी सेंटर
  • सीपीएन यूनिफाइड सोशलिस्ट
  • जनता समाजवादी पार्टी (जेएसपी)
  • जनमत पार्टी
  • लोकतांत्रिक समाजवादी पार्टी
  • नागरिक उन्मुक्ति पार्टी

इन दलों ने संयुक्त बयान जारी कर कहा कि संसद का विघटन संविधान और मताधिकार पर हमला है।

नेपाल इस समय नाजुक दौर से गुजर रहा है। सुशीला कार्की के सामने सबसे बड़ी चुनौती देश को स्थिरता और विश्वास की राह पर लाना है। अब देखना होगा कि अंतरिम सरकार कानून व्यवस्था और राजनीतिक असहमति को किस तरह सुलझाती है और क्या संसद भंग को लेकर बने विवाद का समाधान निकल पाता है।

नेपाल की अंतरिम प्रधानमंत्री सुशीला कार्की के औपचारिक कार्यभार संभालते ही अंतरराष्ट्रीय स्तर पर प्रतिक्रियाएं आने लगी हैं। चीन ने उनकी नियुक्ति का स्वागत करते हुए नेपाल के साथ अपने रिश्तों को “सदाबहार मित्रता” बताया है।

चीन ने दी बधाई

चीनी विदेश मंत्रालय की ओर से जारी बयान में कहा गया, “चीन मैडम सुशीला कार्की को नेपाल की अंतरिम सरकार की प्रधानमंत्री बनने पर हार्दिक बधाई देता है।”

प्रिटोरिया में मौजूद चीनी दूतावास ने कहा कि चीन और नेपाल के बीच सदियों पुरानी मित्रता है। चीन हमेशा नेपाल के लोगों द्वारा चुने गए स्वतंत्र विकास पथ का सम्मान करता है और आगे भी शांतिपूर्ण सह-अस्तित्व के पांच सिद्धांतों को बढ़ावा देते हुए दोनों देशों के बीच सहयोग जारी रहेगा।

नेपाल में हालात धीरे-धीरे सामान्य

लगातार छह दिनों की भारी उथल-पुथल और हिंसा के बाद अब काठमांडू और अन्य हिस्सों में हालात सुधर रहे हैं।

  • ज्यादातर इलाकों से कर्फ्यू हटा लिया गया है।
  • सार्वजनिक परिवहन फिर से शुरू हो चुका है।
  • भारत-नेपाल सीमा पर आवाजाही भी सामान्य हो गई है।

हालांकि, अभी भी छह संवेदनशील इलाकों में कर्फ्यू लागू है। इसके अलावा सभाओं, विरोध प्रदर्शनों, और जुलूसों पर अगले दो महीनों तक प्रतिबंध लगा रहेगा।