इंडोनेशिया (Indonesia) के जावा द्वीप (Java Island) के सेमरू ज्वालामुखी (Semeru Volcano Eruption) में शनिवार की रात तेज विस्फोट हुआ। इस घटना में अब तक 13 लोगों की मौत हो चुकी है। वहीं 41 लोग घायल बताए जा रहे हैं। घायलों को अस्पताल में भर्ती कराया गया है। प्राकृतिक आपदा के कारण द्वीप के आस पास रहने वाले लोगों का घर तबाह हो गया है। चारों तरफ राख ही राख फैली है। ज्वालामुखी विस्फोट Gladak Perak को जोड़ने वाले Lumajang राज्य में हुआ है। इंडोनेशिया का यह सबसे बड़ा ज्वालामुखी था। आसमान अभी भी राख के गुब्बारों से भरा हुआ है। सुरक्षा बलों की टीम रेस्क्यू ऑपरेशन में लगी हुई है।
वीडियो में तबाही का मंजर
मिली जानकारी के अनुसार पिछले कुछ दिनों से ज्वालामुखी से राख और धुआं निकल रहा था। यह शनिवार को इस कदर फटा कि दिन में भी अंधेरा छा गया। धूल की परत इनती मोटी है कि दूर दूर तक कुछ दिखाई नहीं दे रहा है। मीडिया द्वारा मिली जानकारी के अनुसार कुछ लोग ऐसे क्षेत्र में फंसे हुए हैं जहां पर बचाव कर्मियों के लिए जाना संभव नहीं है।
देश में 130 सक्रिय ज्वालामुखी हैं
घने धुएं के गुब्बार से लोगों को निकालने के प्रयास बाधित हो रहे हैं। सेमेरु इंडोनेशिया के 130 सक्रिय ज्वालामुखियों में से एक है और सबसे घनी आबादी वाले प्रांतों में से एक में स्थित है। यह इस साल का दूसरा विस्फोट है। पिछला एक जनवरी में हुआ था और इसमें कोई हताहत नहीं हुआ था।
ज्वालामुखी विस्फोट के कारण आसमान से राख, मिट्टी और पत्थरों की बारिश हुई। इस कारण रोनोजीवो और कैंडिपुरो के दो मुख्य गांवों को जोड़ने वाला एक पुल टूट गया। इंडोनेशिया में हवाई यात्रा भी बाधित है। इंडोनेशिया की विमान कंपनी AirNav इंडोनेशिया ने आसमान में फैले राख और धूल को लेकर एयरलाइंस को चेतावनी जारी की है। उसने बताया है कि आसमान में यह राख 50,000 फीट (15,000 मीटर) तक दिखाई दे रही है।
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