अगर आपको लगता है कि अमेरिका विश्व का सबसे प्रभावशाली और रूस उसका निकटतम प्रतिद्वंदी है, तो शायद आप गलत हैं। अगर आपको लगता है कि चीन धीरे-धीरे इन दोनों देशों के वर्चस्व को चुनौती देने लगा है, तो भी आप गलत हो सकते हैं। दरअसल एक ऑनलाइन सर्वे के अनुसार लोगों ने भारत को अमेरिका, चीन और रूस से ज्यादा प्रभावशाली देश माना है।

इप्सॉस मोरी नामक एक अंतर्राष्ट्रीय संस्था ने यह सर्वे 25 देशों के 18 हजार लोगों पर किया है। इस सर्वे में अमेरिका के पड़ोसी देश कनाडा को सर्वोच्च स्थान मिला है। वहीं 12 प्रभावशाली देशों की इस सूची में भारत 7वें स्थान पर है। भारत के चिर-प्रतिद्वंदी चीन भारत से एक पायदान नीचे 8वें और अमेरिका 9वें स्थान पर है। 12 प्रभावशाली देशों की इस सूची में रूस 10वें स्थान पर है।

भारत को इस ऑनलाइन सर्वे में 53 फीसदी, वहीं वोट चीन को 49 फीसदी मिले। जबकि केवल 40 फीसदी लोगों का ही मानना है कि अमेरिका का विश्व पटल पर सकारात्मक प्रभाव है। वहीं रूस को केवल 35 फीसदी लोग ही दुनिया में प्रभावी मानते हैं।

आपको बता दें कि पिछले साल की तुलना में अमेरिका की रेटिंग में 24 फीसदी की भारी गिरावट आई है। इस सूची में कनाडा 81 प्रतिशत वोट के साथ पहले, ऑस्ट्रेलिया 79 फीसदी के साथ दूसरे और जर्मनी 67 फीसदी वोट के साथ तीसरे स्थान पर है। फ्रांस 59 प्रतिशत के साथ चौथे और इंग्लैंड 57 फीसदी लोगों की पसंद के साथ पांचवें नंबर पर है।

इप्सॉस मोरी द्वारा किए गए एक और सर्वे के अनुसार चीन, भारत आर सऊदी अरब के लोग मानते हैं कि उनका देश सही और सकारात्मक दिशा में आगे बढ़ रहा है। चीन, भारत और सऊदी अरब को उनके नागरिको ने क्रमशः 87, 74 और 71 फीसदी वोट दिए हैं। हालांकि इस सर्वे में यह भी बताया गया है कि भारत के लोग भ्रष्टाचार, बेरोजगारी और अपराध से सबसे अधिक परेशान हैं।