जिनेवा में संयुक्त राष्ट्र मानवाधिकार परिषद के 36वें सम्मेलन में भारत ने एक बार फिर पाकिस्तान को मुहतोड़ जवाब दिया है। संयुक्त राष्ट्र में भारत ने पाकिस्तान को अतंरराष्ट्रीय आतंक का चेहरा करार दिया है। साथ ही चेतावनी दी कि वो अपनी आतंक की फैक्ट्री को बंद कर दे। भारत ने पाकिस्तान से ये भी कहा कि वह आतंकियों के खिलाफ कड़ब कार्रवाई करे।
इस सम्मेलन में पाकिस्तान के प्रतिनिधि के भाषण के बाद राइट टू रिप्लाई का इस्तेमाल करते हुए भारत की तरफ से डॉ विष्णु रेड्डी ने कहा कि जम्मू-कश्मीर पर पाकिस्तान द्वारा कही गई बात बिल्कुल गलत और भटकाने वाली हैं। इसके अलावा जम्मू-कश्मीर में क्रॉस बॉर्डर आतंकवाद के सबूत पाकिस्तान को दिए जा चुके हैं। मगर, पाकिस्तान इन मुद्दों के हर पर ध्यान देने के बजाय उन्हें भटकाने का काम करता है।
इसके अलावा भारत की तरफ से कहा गया कि हमारे क्षेत्र में सबसे बड़ी परेशानी आतंकवाद है। साथ ही साथ पाकिस्तान पर हमला बोलते हुए भारत की तरफ से दो मुद्दों का जिक्र किया गया, जिसमें जम्मू-कश्मीर में बढ़ती आतंकी गतिविधि और बलूचिस्तान में मानव अधिकारों का उल्लंघन शामिल था। इसके अलावा पाकिस्तान द्वारा कब्जे में लिया गया कश्मीर आतंक को पनाह देने वाली जगह बन गया है। भारत की ओर से कहा गया कि हमने पाकिस्तान को एक बार नहीं बल्कि कई बार चेतावनी दी है लेकिन पाकिस्तान अपने किये से बाज नहीं आता है।
इस सम्मेलन में भारत ने आतंकी रैवये को लेकर पाकिस्तानी सरकार की आलोचना करते हुए कहा कि पाकिस्तान के विदेश मंत्री तक ये बात मान चुके हैं कि उनकी जमीन से लश्कर-ए तैयबा और जैश-ए मोहम्मद जैसे संगठन संचालित होते हैं। जो संगठन आतंकी फैक्ट्री चलाते हैं। इसके बावजूद भी पाकिस्तान अपने आतंकी रैवये से बाज नहीं आ रहा है।