बांग्लादेश के ढाका में फेसबुक पर लिखे अपवाह का खामियाजा 30 हिन्दू परिवारों को उठाना पड़ा है। फेसबुक पर गलत पोस्ट डालने की अफवाह के बाद भीड़ ने बांग्लादेश में अल्पसंख्यक हिंदू समुदाय के 30 घरों को आग लगा दी। इतना ही नहीं हिंसक भीड़ को तितर-बितर करने के लिए पुलिस ने फायरिंग की, जिसमें एक व्यक्ति की मौत हो गई।
बता दें कि यह घटना राजधानी से लगभग 300 किलोमीटर दूर रंगपुर जिले के ठाकुरपाड़ा गांव में शुक्रवार को हुई। रिपोर्ट के अनुसार, स्थिति को नियंत्रण में लाने के लिए पुलिस ने रबड़ की गोलियां चलाई और आंसु गैस के गोले छोड़े, जिसमें पांच लोग घायल हो गये। प्रदर्शनकारियों का दावा है कि ठाकुरबाड़ी गांव के रहनेवाले एक व्यक्ति ने कुछ दिन पहले फेसबुक पर अपमानजनक पोस्ट किया था।
रिपोर्ट के अनुसार के आगजनी की घटना के पहले आस-पास के 6-7 गांवों के तकरीबन 20 हजार लोग मौके पर जुट गए थे। इसमें कहा गया है कि पुलिस को प्रदर्शनकारियों से निपटने तथा क्षेत्र में कानून-व्यवस्था बहाल करने में दिक्कत हो गई थी। इसमें कहा गया है कि गोलीबारी में घायल लोगों को इलाज के लिए अस्पताल में भर्ती कराया गया है।
पुलिस ने हिंसा में शामिल 53 लोगों को गिरफ्तार किया है। पुलिस कार्रवाई के बाद इलाके के लोगों ने विरोध में रंगपुर-दिनाजपुर हाईवे को रोक दिया। बाद में बड़ी संख्या में पहुंचे पुलिस बल ने जाम खुलवाया। इलाके में हालात तनावपूर्ण बने हुए हैं। प्रशासन ने इलाके में बड़ी संख्या में पुलिस बल की तैनाती की है। साथ ही पूरे मामले की जांच के लिए तीन सदस्यीय दल गठित कर सात दिन में रिपोर्ट मांगी गई है।
वहीं इस मामले में ग्रामीणों का कहना है कि अगर किसी एक ने फेसबुक पर अपमानजनक स्टेटस डाला है, तो उस एक शख्स को पकड़ना चाहिए और उसे उसकी सजा देनी चाहिए। अखबार ‘द डेली’ के मुताबिक, यह स्टेटस कथित तौर पर ठाकुरबड़ी गांव के मूल निवासी द्वारा सोशल मीडिया पर डाला गया है, लेकिन बहुत कम लोगों ने इसे देखने की बात मानी है। प्रत्यक्षदर्शियों में से एक ने कहा, “जुम्मे की प्रार्थना खत्म होने के बाद पड़ोस के छह गांवों के प्रदर्शनकारी इकठ्ठा हुए और आस-पड़ोस के हिंदू लोगों पर हमला कर दिया।” जिला प्रशासन ने कहा कि हमले के पीड़ितों की क्षतिपूर्ति के लिए विशेष प्रबंध किए जा रहे हैं।