
Fatima Payman:अफगान मूल की ऑस्ट्रेलियाई सासंद फातिमा पेमान ऑस्ट्रेलिया की संसद में हिजाब पहनने वाली पहली मुस्लिम महिला बनी गई हैं। इसके बाद फातिमा पेमान सुर्खियों में आ गई हैं। बता दें कि अफगानिस्तान (Afghanistan ) की पूर्व शरणार्थी पेमैन की जीत विश्व शरणार्थी दिवस पर हुई है। सीट जीतने के बाद पेमान ने अपनी जीत की खुशी जताते हुए कहा कि हम जीत गए। मुझे यह घोषणा करते हुए गर्व हो रहा है कि मुझे आधिकारिक तौर पर वेस्ट ऑस्ट्रेलिया के लिए एक सीनेटर के रूप में चुना गया है ।

Fatima Payman: आठ साल की उम्र में छोड़ दिया था अफगानिस्तान
पेमान ने कहा कि यह सिर्फ इसलिए नहीं कि इस्लामाफोबिया (Islamophobia) मीडिया में व्याप्त है। लेकिन मैं चाहती हूं कि जो युवा लड़कियां हिजाब पहनने का फैसला करती हैं, वे वास्तव में इसे गर्व के साथ करें, यह जानते हुए करें कि उन्हें इसे पहनने का पूरा अधिकार है। बता दें कि पेमान जब आठ साल की थीं तब वह अफगानिस्तान छोड़कर अपने परिवार के साथ ऑस्ट्रेलिया (Australia) आ गई थीं।
Fatima Payman: पिता से मिली फातिमा को प्रेरणा
रिपोर्ट के मुताबिक फातिमा के पिता घर चलाने के लिए बाहर काम करते थे, और घर की देखभाल उनकी मां किया करती थीं। जिसके चलते छोटी उम्र से ही पेमान ने अपने माता-पिता की कड़ी मेहनत से प्रेरित होकर यूनाइटेड वर्कर्स यूनियन के लिए काम करना शुरू किया। 2018 में फातिमा पेमान के पिता का देहांत हो गया।
Fatima Payman: जीत के बाद फातिमा को मिल रही हैं बधाइयां
वहीं जीत के बाद फातिमा (Fatima Payman) को लगातार बधाइयां मिल रही हैं। डब्ल्यूए सांसद पैट्रिक गोर्मन ने कहा कि मुझे गर्व है कि हमारा राज्य हमारा प्रतिनिधित्व करने के लिए फातिमा को भेज रहा है। वहीं फातिमा पेमान अफगानिस्तान की संस्कृति को सहेजे हुए हैं। वो ऑस्ट्रेलियाई मुस्लिम हैं, और साथ ही वह गरीब और मजदूरों की आवाज उठाने वाली सशक्त महिला हैं।
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