Economic Crisis in Pakistan: ल्रगातार आर्थिक संकट से जूझ रहे पाकिस्तान की हालात खराब होती जा रही है।दूसरी तरफ हालात संभालने की जगह शहबाज शरीफ सरकार रोजाना नया झटका देश को देती जा रही है।पाकिस्तानी सरकार ने दोबारा बिजली की दरों में बढ़ोतरी का ऐलान किया है।ऐसे में यहां के लोगों की मुश्किलें खत्म होने का नाम ही नहीं ले रहीं हैं।जानकारी के अनुसार पाकिस्तान का विदेशी मुद्रा भंडार करीब ढाई अरब डॉलर नीचे पहुंच गया है।आर्थिक मामलों के जानकारों के अनुसार अगर यही हालात रहे तो जल्द ही देश दिवालिया हो सकता है।हालांकि हालात को नियंत्रित करने के लिए पाकिस्तान की सरकार इंटरनेशनल मॉनिटरी फंड से मदद की गुहार लगा रही है।
Economic Crisis in Pakistan: आसमान छू रहीं कीमतें
Economic Crisis in Pakistan: आर्थिक संकट से जूझ रहे पाकिस्तान में लोग दाने-दाने को मोहताज हो रहे हैं।आलम ये है कि यहां आटे से लेकर दूध और चावल तक की कीमतें आसमान छू रही हैं। पाकिस्तान में आटा फिलहाल 120 रुपये प्रति किलो की दर से बिक रहा है। चावल 200 रुपये किलो, दूध 150 रुपये प्रति लीटर और पेट्रोल की कीमत 250 रुपये लीटर पहुंच गई हैं।
पाकिस्तान में सामान्य चाय पत्ती की कीमत बढ़कर 1600 रुपये किलो पहुंच गई है।यहां की सप्लाई चेन पूरी तरह से बाधित होने की वजह से दूसरे देशों से मंगवाई गई चाय पत्ती की खेप बंदरगाह पर ही अटकी है।सामान के बदले भुगतान करने के पैसे सरकार के पास नहीं हैं, क्योंकि खजाना पूरी तरह से खाली हो चुका है।
Economic Crisis in Pakistan: मुद्रास्फीति 27 फीसदी से ऊपर
बात अगर पाकिस्तानी मुद्रा की करें तो ये लगातार कमजोर होती जा रही है।डॉलर के मुकाबले पाक रुपया गिरकर 275 पर पहुंच गया है,जोक ऑल टाइम लो लेवल माना जा रहा है।खाने-पीने सहित सभी चीजों के दाम आसमान छू रहे हैं।विदेशी मुद्रा भंडार साल 1998 के बाद अब तक के सबसे निचले स्तर पर आ गया है यह केवल 3 अरब डॉलर रह गया है।ऐसे में कयास लगाए जा रहे हैं कि पाकिस्तान की अर्थव्यवस्था कभी भी बैंकक्रप्ट यानी दिवालिया हो सकती है।यहां गृह युद्ध के हालात बनते जा रहे हैं।
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