ट्रंप ने ईरान को अरबों डॉलर देने के दावे को बताया झूठ, बोले – ओबामा की तरह नहीं हूं, JCPOA समझौता ‘बेवकूफी भरा’ था…

0
9

Donald Trump on $30 billion nuclear deal with Iran: अमेरिकी पूर्व राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने एक बार फिर ईरान और इजरायल के बीच सीजफायर के अपने दावे को दोहराया है, लेकिन साथ ही उन तमाम रिपोर्टों को खारिज कर दिया है जिनमें कहा गया था कि ट्रंप प्रशासन ने ईरान को अरबों डॉलर की पेशकश की थी। उन्होंने इसे फेक न्यूज का झूठा प्रोपेगेंडा करार देते हुए तीखी प्रतिक्रिया दी है।

ट्रंप बोले– ईरान को कुछ भी ऑफर नहीं किया

डोनाल्ड ट्रंप ने अपने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म ‘ट्रुथ’ पर एक पोस्ट में लिखा, “मैंने ईरान को कुछ भी ऑफर नहीं किया है। मैं ओबामा की तरह नहीं हूं, जिन्होंने JCPOA जैसे बेवकूफी भरे समझौते के तहत उन्हें अरबों डॉलर दिए थे, जो अब खत्म हो चुका है।”

उन्होंने यह भी कहा कि वह इस समय ईरान से कोई बात नहीं कर रहे हैं, क्योंकि अमेरिका ने उनके परमाणु ठिकानों को पूरी तरह नष्ट कर दिया है।

30 अरब डॉलर की डील की खबरों को बताया “बीमार सोच”

कुछ रिपोर्ट्स में यह दावा किया गया था कि अमेरिका, ईरान के साथ 30 अरब डॉलर की असैन्य परमाणु डील पर विचार कर रहा है। ट्रंप ने इन अटकलों को सिरे से खारिज करते हुए कहा, “कौन कह रहा है कि ट्रंप ईरान को असैन्य परमाणु सुविधा देने के लिए 30 अरब डॉलर देना चाहते हैं? मैंने इस हास्यास्पद विचार के बारे में कभी नहीं सुना। यह सिर्फ एक और धोखा है, जिसे फेक न्यूज ने फैलाया है। ये लोग बीमार हैं!”

ओबामा पर भी निशाना

ट्रंप ने अपने बयान में पूर्व राष्ट्रपति बराक ओबामा को भी आड़े हाथों लिया और कहा कि उन्होंने JCPOA के तहत ईरान को अरबों डॉलर दिए, जो कि परमाणु हथियारों की दिशा में उठाया गया कदम था और अब वह समझौता पूरी तरह से खत्म हो चुका है।

डोनाल्ड ट्रंप का यह स्पष्ट बयान दर्शाता है कि वह ईरान से किसी भी तरह की डील की खबरों को न केवल झूठा मानते हैं, बल्कि उसे अपने राजनीतिक विरोधियों द्वारा रचा गया षड्यंत्र भी करार दे रहे हैं। उनकी पोस्ट से यह भी साफ होता है कि वे ओबामा काल के JCPOA समझौते को अब भी असफल मानते हैं और उससे खुद को पूरी तरह अलग दिखाने की कोशिश कर रहे हैं। मौजूदा वक्त में ईरान और इजरायल के बीच तनावपूर्ण हालात में ट्रंप का यह बयान वैश्विक राजनीतिक बहस का हिस्सा बन सकता है।