कुदरत के कहर ने कोलंबिया में ऐसा तबाही मचाई है कि बीते 24 घंटे में करीब 250 लोगों की जान चली गई है और सैकड़ों बेघर हो गए है। कोलंबिया के मोकोवा में शुक्रवार को मूसलाधार बारिश हुई जिसके बाद दक्षिण कोलंबिया के इस शहर में बड़े पैमाने पर भूस्खलन हुआ। भूस्खलन ने पूरे इलाके में ऐसी तबाही मचाई कि वहां मौजूद इमारतें मलबे में तब्दील हो गई, बड़े-बड़े पुल और पेड़ गिर गए। वहां रहने वाले लोगों का कुछ मिनटों में ही सब कुछ उजड़ गया यहां तक की कुछ लोग पानी में बह गए कुछ मलबे में दब गए और कुछ अभी तक लापता है। भूस्खलन की वजह से कई इलाके दलदल बन गए है वहीं काफी वक्त से लगातार हो रही बारिश से नदियां खतरे के निशान से काफी ऊपर जा पहंची है।
रातभर हुई भारी बारिश की वजह से नदियां उफ़ान पर आ गईं और किनारों को तोड़कर कीचड़ के साथ पानी घरों में घुस गया है। पुटुमेयो प्रांत में भारी तबाही की ख़बर है और 17 इलाके बुरी तरह प्रभावित हुए हैं। कोलंबिया के राष्ट्रपति हुआन मनुएल सांतोस ने कल मोकोआ को दौरा कर घने वन क्षेत्र में चल रहे बचाव कार्यों का जायजा लिया। राष्ट्रपति ने हालात को गंभीर बताया और कहा कि राष्ट्रीय आपदा राहत कार्यक्रम के तहत राहत और बचाव के लिए सैनिकों को तैनात किया गया है।
400 लोग घायल, सैकड़ों लापता
सेना के एक अधिकारी का कहना है कि मुख्य अस्पताल में इतनी भीड़ हो गई है कि उन्हें संभालने में दिक्कत हो रही है। हालांकि करीब 1,100 सैनिक और पुलिस के जवान राहत और बचाव कार्य में लगे हैं। सेना ने एक बयान में कहा कि कम से कम 400 लोग ज़ख्मी हैं और 200 लोग लापता हैं।
मार्च में हर साल होती है भारी बारिश
सरकारी मौसम विभाग के मुताबिक कोलंबिया में मार्च के महीने में सबसे अधिक बारिश होती है और ये सिलसिला साल 2011 से जारी है। कोलंबिया के पेरू में इस साल भारी बारिश की वजह से अभी तक 90 लोग मारे जा चुके हैं। पेरू में भी भारी बारिश की वजह से भूस्खलन भी हुआ है।