भारत की गिनती देश के सबसे शक्तिशाली देशों में की जाती हैं। भारत की सैन्य शक्तियों से विश्व के कई देश डरते हैं और कई देश भारत का सम्मान भी करते हैं। लेकिन कुछ देश ऐसे भी हैं जो भारत से डरते हैं, इसलिए हर हाल में भारत को मिटटी में मिलाने की फिराक में लगे रहते हैं, इसका सबसे बड़ा उदाहरण चीन हैं। चीन हर हाल में भारत पर कब्जा जमाना चाहता हैं। डोकलाम विवाद तो आप सभी को याद होगा कि कैसे भारत ने चीन को डोकलाम पर सड़क निर्माण करने से रोका था। लेकिन कहते हैं न “कि दुश्मन को कभी कमजोर नहीं समझना चाहिए”। चीन ने बड़ी ही चालाकी से भारत की आंखो में धूल झोंक दिया हैं। चीन के पास कई ऐसे वैध दस्तावेज हैं जो इस बात की पुष्टि करते हैं, कि चीन अब भी नार्थ डोकलाम में सड़क निर्माण कर रहा हैं। नॉर्थ डोकलाम में चीन अपनी सैनिक चौकियों के आसपास सड़क का निर्माण कर रहा है।
पिछली बार मिली करारी हार के बाद भी चीन बाज नहीं आ रहा है। चीन ने दुनिया को दिखाने के लिए अपने सैनिक सीमा से हटा दिए थे। लेकिन असल बात ये हैं कि दुनिया की नजरो से छिपाकर चीन के सैनिक अभी भी डोकलाम पर सड़क का निर्माण कर रहे हैं।
चीन के सैनिक इस भीषण सर्दी में भी पीछे हटने को तैयार नहीं हैं, हर हाल में जल्द से जल्द सड़क बनाने का कार्य पूरा करना चाहते हैं। मौजूद दस्तावेजों से ये अनुमान लगाया जा रहा हैं कि चीन ने अबतक 6 अत्याधुनिक टनल और 25 से ज्यादा शेड्स बना लिए हैं। इन शेड्स का निर्माण बर्फीले तूफान से बचने के उद्देश्य से किया गया हैं।
चीन हुआ बेखौफ-
चीन विश्व में खुद को सबसे शक्तिशाली देश मानने लगा है। चीन को ऐसा लगने लगा हैं कि चीन को कोई हरा नहीं सकता। इस सोच का नतीजा आज सभी के सामने हैं, चीन ने बस डोकलाम से अपनी सैन्य शक्तियां हटाने का दिखावा किया था। चीन ये बात अच्छे से जानता था कि अगर सैनिक वापस नहीं लिए तो भारत कभी चीन के मंसूदों को कामयाब नहीं होने देगा। इसलिए चीन ने बहुत ही शातिर तरीके से डोकलाम सीमा से पीछे हटने का ड्रामा किया। इसके बाद जब भारत समेत अन्य देशों का ध्यान इस विवाद से हट गया, तब चीन ने अपनी सोची-समझी चाल को अंजाम देते हुए अपने सैनिकों को चोरी-छिपे डोकलाम सीमा पर सड़क निर्माण के काम में लगा दिया।
भारत पर चाहता है कब्जा-
चीन का हाई-वोल्टेज ड्रामा यही साबित करता हैं कि चीन हर हाल में भारत में घुसपैठी करके कब्जा करना चाहता हैं। लेकिन चीन ये भूल चुका है कि भारत से बैर, चीन को बहुत भारी पड़ेगा। भारत अपने दुश्मनों को सुधरने का एक मौका जरूर देता हैं लेकिन न सुधरने पर दुश्मन देश को इसका खामियाजा भुगतना ही पड़ता हैं।