व्यापार को लेकर अमेरिका भारत और चीन आमने-सामने आ चुके हैं। जैसा कि मालूम है कि Donald Trump ने भारत, चीन सहित कई देशों को पहले ही चेतावनी दी थी कि वो अपने देश में अमेरिकी सामानों पर TAX कम करें अन्यथा उन्हें गंभीर परिणाम भुगतने पर सकते हैं। ऐसे में अब चीन ने अमेरिका को करारा जवाब देते हुए आयात के खिलाफ उठाए गए Donald Trump के कदम के बदले 3 अरब डॉलर की लागत वाले अमेरिकी गुड्स पर टैरिफ लगाने की धमकी दी है।
अमेरिका के फैसले के बाद गुरुवार को चीन ने फलों, नट्स, शराब और निर्बाध स्टील ट्यूबों पर 15 फीसद टैरिफ की घोषणा की और सूअर के मांस व एल्यूमीनियम उत्पादों के री-साइकिल पर 25 फीसद का टैरिफ लगाया।
एक न्यूज एजेंसी ने चीनी वाणिज्य मंत्रालय के हवाले से कहा कि इन उपायों को दो चरणों में लागू किया जाएगा। पहले चरण में 15 फीसदी टैरिफ लगाया जाएगा, यदि दोनों देश निर्धारित समय के भीतर व्यापार के मुद्दों पर समझौते तक नहीं पहुंच पाते हैं। दूसरे चरण में अमेरिकी नीतियों के प्रभाव के मूल्यांकन के बाद 25 फीसद आयात कर लगाया जाएगा।
चीन और अमेरिका के बीच व्यापार युद्ध की स्थिति देखने को मिल रही हैं, जो दुनिया के दो सबसे बड़े व्यापारिक भागीदार हैं। चीन की सख्त चेतावनियों के बावजूद ट्रम्प ने आरोपों को दरकिनार करने की कोशिश की।
बता दें कि 8 मार्च को अमेरिका ने कनाडा और मेक्सिको के लिए शुरुआती छूट के साथ चीनी स्टील (25 फीसद) और एल्यूमीनियम (10 फीसद) उत्पादों पर टैरिफ लगाया था। अमेरिका का यह कदम चीन की अमेरिकी कंपनियों की बौद्धिक संपदा चोरी करने के जवाब में है।
एक आकलन के आधार पर बहुत सामान्य गणना यह बताती है कि व्यापार घाटे से चीन में करीब 20 लाख नौकरियां बढ़ीं और अमेरिका में इतनी ही घटीं। यह अमेरिका के लिए एक गंभीर समस्या है।